Golden Celebration of Police DAV : 29 वर्षों की चमकदार यात्रा... DGP ने किया सोलर प्लांट का शिलान्यास; सांस्कृतिक रंग में डूबी 'शिव स्तुति'
जितेंद्र अग्रवाल
अंबाला शहर, 27 मई
एक स्कूल जो 29 साल पहले एक संकल्प के रूप में शुरू हुआ था, आज समाज में चेतना, अनुशासन और शिक्षा की मिसाल बन चुका है। पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल, अंबाला सिटी ने मंगलवार को अपने 29वें स्थापना दिवस को उत्साह और भविष्य की दिशा के रूप में मनाया। इस खास मौके पर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर, आईपीएस बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। स्कूल के बैगपाइपर बैंड ने जब उनका स्वागत किया, तो समूचे परिसर में उत्सव का माहौल बन गया।
हरियाणा पुलिस और पर्यावरण की साझी पहल
मुख्य अतिथि ने स्कूल परिसर में 256 किलोवाट क्षमता वाले ऑन-सोलर पावर प्लांट का शिलान्यास किया। यह प्लांट न केवल पर्यावरण के प्रति स्कूल की प्रतिबद्धता दर्शाता है, बल्कि ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में भी बड़ा कदम है।
सांस्कृतिक रंग में डूबी 'शिव स्तुति'
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद नन्हे छात्रों ने "शिव स्तुति" पर नृत्य प्रस्तुत कर वातावरण को आध्यात्मिकता और ऊर्जा से भर दिया। दर्शकों की तालियों ने उनके उत्साह को और बढ़ाया।
शिक्षा को जीवन का सार बनाएं: डीजीपी का संदेश
अपने संबोधन में डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने छात्रों को मेहनत, ईमानदारी और समाजसेवा का मंत्र दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे नशे से दूर रहें और जीवन में अनुशासन को अपनाएं।
29 वर्षों की उपलब्धियों पर बनी डॉक्यूमेंट्री ने छुआ दिल
स्कूल की यात्रा को समेटती डॉक्यूमेंट्री फिल्म ने दर्शकों को भावुक कर दिया। इसमें दिखाया गया कि कैसे वर्ष 1996 से अब तक स्कूल ने शिक्षा, खेल और नैतिक मूल्यों के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
पूर्व डीजीपी बीएस संधू का प्रेरक संदेश
पूर्व डीजीपी बीएस संधू ने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह स्कूल सिर्फ शिक्षा नहीं देता, बल्कि चरित्र निर्माण करता है। उन्होंने प्रिंसिपल डॉ. विकास कोहली की नेतृत्व क्षमता की सराहना की।
‘माई लाइफ’: नाटक नहीं, सामाजिक संदेश
छठी से बारहवीं कक्षा के छात्रों ने ‘माई लाइफ’ शीर्षक से एक सशक्त नाट्य प्रस्तुति दी। नाटक में दिखाया गया कि कैसे नशे की लत एक परिवार को तोड़ सकती है। साथ ही हरियाणा पुलिस की 'साइक्लोन यात्रा' और 'ऑपरेशन मैदान' जैसे अभियानों की प्रभावशाली झलक भी दिखाई गई।
प्रतिभा को मिला सम्मान
मुख्य अतिथि ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 60 विद्यार्थियों को ₹3.50 लाख की छात्रवृत्ति प्रदान की। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर खेल उपलब्धियां हासिल करने वाले 40 छात्रों को भी विशेष सम्मान मिला।
समापन, लेकिन नई शुरुआत का संकेत
कार्यक्रम का समापन जेएस नैन के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। परंतु यह समारोह सिर्फ एक उत्सव नहीं था, यह एक प्रेरणा थी- एक ऐसा मंच जहां परंपरा, शिक्षा और समाजसेवा एक साथ गूंजते हैं।