Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

पीजीआईएमईआर में थायराइड विकारों पर विशेषज्ञ सम्मेलन, 5 अप्रैल से होगा आयोजन

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस चंडीगढ़,  3 अप्रैल चंडीगढ़। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) में 5-6 अप्रैल 2025 को दूसरी रस्तोगी-डैश क्लिनिकल केस कॉन्फ्रेंस का आयोजन होगा। इस प्रतिष्ठित वार्षिक सम्मेलन में थायराइड विकारों के नवीनतम उपचार और...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़,  3 अप्रैल

Advertisement

चंडीगढ़। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) में 5-6 अप्रैल 2025 को दूसरी रस्तोगी-डैश क्लिनिकल केस कॉन्फ्रेंस का आयोजन होगा। इस प्रतिष्ठित वार्षिक सम्मेलन में थायराइड विकारों के नवीनतम उपचार और शोध पर चर्चा की जाएगी। देशभर से 80 से अधिक पूर्व छात्र और 300 से अधिक चिकित्सा विशेषज्ञ, जिनमें एंडोक्राइनोलॉजिस्ट, जनरल फिजीशियन, सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट और स्नातकोत्तर छात्र शामिल होंगे।

Advertisement

दिग्गज डॉक्टरों को श्रद्धांजलि

PGIMER के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग प्रमुख एवं सम्मेलन अध्यक्ष प्रो. संजय भदाड़ा ने कहा, "यह सम्मेलन सिर्फ अकादमिक चर्चा का मंच नहीं, बल्कि विभाग के दो दिग्गज चिकित्सकों—प्रो. जी. के. रस्तोगी और प्रो. आर. जे. डैश—की चिकित्सा विरासत को सम्मान देने का भी अवसर होगा।"

सम्मेलन के प्रमुख सत्र

उद्घाटन समारोह (5 अप्रैल, दोपहर 12 बजे) – मुख्य अतिथि प्रो. विवेक लाल (निदेशक, PGIMER)

लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड – डॉ. एम. वी. मुरलीधरन को एंडोक्राइनोलॉजी में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान

केस-आधारित चर्चाएं – जटिल थायराइड विकारों पर विशेषज्ञों की गहन राय

इंटरएक्टिव पैनल डिबेट्स – नवीनतम उपचार पद्धतियों पर विचार-विमर्श

वैज्ञानिक प्रस्तुतियां – अत्याधुनिक शोध और नवाचारों पर विस्तृत विश्लेषण

लेगेसी सत्र’ – प्रो. रस्तोगी और प्रो. डैश के चिकित्सा योगदान पर केंद्रित विशेष चर्चा

ज्ञान और नवाचार का संगम

सम्मेलन में विशेषज्ञों को थायराइड विकारों के आधुनिक उपचार और अनुसंधान को समझने का अवसर मिलेगा। साथ ही, यह पूर्व छात्रों के पुनर्मिलन और चिकित्सा क्षेत्र में नए सहयोग के मार्ग खोलने का एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।प्रो. भदाड़ा ने कहा, "यह सिर्फ एक मेडिकल कॉन्फ्रेंस नहीं, बल्कि चिकित्सा जगत में बदलाव लाने वाले विचारों और शोध का महत्वपूर्ण केंद्र होगा।"

Advertisement
×