पंजाब विश्वविद्यालय में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर चर्चा
मनीमाजरा (चंडीगढ़) 20 फरवरी (हप्र)
पंजाब विश्वविद्यालय के इंग्लिश ऑडिटोरियम में “वन नेशन, वन इलेक्शन” विषय पर एक सार्थक एवं विचारोत्तेजक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों, शिक्षाविदों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और भारत में चुनावी सुधारों एवं एक साथ चुनाव कराने की अवधारणा पर चर्चा की।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। हिमाचल प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ नीति का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया और इसके ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य, संभावित लाभ और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उनके विचारों ने छात्रों को चुनावी सुधारों और सुशासन पर सार्थक चर्चा करने के लिए प्रेरित किया।
छात्रों को संबोधित करते हुए कानून विभाग के प्रोफेसर देविंदर सिंह ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने एकसाथ चुनाव कराने से होने वाले लाभों पर चर्चा करते हुए इसे स्थिरता और प्रभावी शासन के लिए आवश्यक बताया।
हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता लेखराज शर्मा ने कार्यक्रम के मुख्य विषय की रूपरेखा प्रस्तुत की और चुनावी सुधारों पर विचार-विमर्श के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कानूनी दृष्टिकोण से चुनावी नीतियों को आकार देने की आवश्यकता पर बल दिया और छात्रों से शासन एवं नीतिगत चर्चाओं में सक्रिय भागीदारी की अपील की। मुख्य भाषणों के बाद, हरियाणा के पूर्व डीजीपी गुरजोत सिंह मल्ही ने सभी वक्ताओं, उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों, आयोजकों और स्वयंसेवकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।