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 पुणे, बेंगलुरु की तरह चंडीगढ़ भी बन सकता है स्टार्टअप हब : कटारिया

 प्रशासन ने लॉन्च की 'चंडीगढ़ स्टार्टअप नीति 2025'
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मनीमाजरा (चंडीगढ़), 29 अप्रैल (हप्र)चंडीगढ़ प्रशासन ने मंगलवार को पंजाब राजभवन में आयोजित एक प्रतिष्ठित समारोह के दौरान बहुप्रतीक्षित चंडीगढ़ स्टार्टअप नीति 2025 का औपचारिक रूप से शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम चंडीगढ़ के अग्रणी नवाचार-संचालित और उद्यमी-अनुकूल शहर बनने की यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण का प्रतिनिधित्व करता है। समारोह में पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने औपचारिक रूप से नीति दस्तावेज का अनावरण किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव राजीव वर्मा, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन, मेयर हरप्रीत कौर बबला, राज्यपाल के प्रमुख सचिव विवेक प्रताप सिंह और पंजाब विश्वविद्यालय, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, पीजीआईएमईआर, एसटीपीआई, आईएसबी, आईआईएसईआर मोहाली, आईआईटी रोपड़, एनएबीआई जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर स्टार्टअप संस्थापक, उभरते उद्यमी, सीआईआई, पीएचडीसीसीआई, एसोचैम, सीएएन, टीआईई, पंजाब एंजल्स नेटवर्क और इनोवेशन मिशन पंजाब और अन्य चंडीगढ़ स्थित औद्योगिक संघों के प्रतिनिधि शामिल थे।

अपने संबोधन में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि नई चंडीगढ़ स्टार्टअप नीति, भारत के प्रधान मंत्री के विजन और 2016 से लगातार प्रयासों के अनुसार तैयार की गई है। पुणे, बेंगलुरु और अहमदाबाद की तरह हमारा सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ भी एक स्टार्टअप हब बन सकता है। प्रशासक ने आगे कहा कि आज के युवा पहले से ही प्रतिभाशाली और तकनीक से प्रेरित हैं और हमें बस उनका समर्थन करने की जरूरत है। चंडीगढ़ की यह नई स्टार्टअप नीति युवाओं को सकारात्मक और अभिनव दिशा में जोड़ेगी, रोजगार के अवसर पैदा करेगी और क्षेत्र को 'ड्रग मुक्त' बनाने में भी मदद करेगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सभी औद्योगिक निकायों और प्रीमियम शैक्षणिक और शोध संस्थानों के सुझावों और सहयोग से हम इस स्टार्टअप नीति में सुधार कर सकते हैं और इसे सफल बना सकते हैं और इस प्रकार इस क्षेत्र, विशेष रूप से ट्राइसिटी के विकास में मदद कर सकते हैं।

चंडीगढ़ स्टार्टअप नीति 2025 के माध्यम से प्रशासन का लक्ष्य चंडीगढ़ को एक अग्रणी नवाचार-संचालित स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में स्थापित करना है जो उद्यमिता को बढ़ावा दे, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा दे और समावेशी और सतत आर्थिक विकास को आगे बढ़ाए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें भविष्य के सहयोग के लिए स्टार्टअप संस्थापकों, शिक्षाविदों, सरकारी अधिकारियों और उद्योग के नेताओं को एक साथ लाया गया। चंडीगढ़ प्रशासन ने सक्रिय शासन और हितधारक भागीदारी के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा देने, नवाचार को गति देने और आर्थिक गतिशीलता को आगे बढ़ाने के लिए अपनी मजबूत प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

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