दसवीं में अक्षरा सैनी 99.4 प्रतिशत अंक लेकर ट्राईसिटी में अव्वल
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 30 अप्रैल (हप्र)
द कांउसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस द्वारा बुधवार को आईसीएसई दसवीं और आईएससी बाहरवीं क्लास का रिजल्ट घोषित कर दिया गया। चंडीगढ़ के पांच स्कूलों के स्टूडेंट्स ने आईसीएसई बोर्ड की परीक्षा दी थी वहीं तीन स्कूलों के स्टूडेंट्स ने आईएससी बाहरवीं क्लास की परीक्षा दी थी। पंचकूला के लिटिल फ्लावर कान्वेंट स्कूल की अक्षरा सैनी दसवीं कक्षा में 99.4 प्रतिशत अंक लेकर ट्राईसिटी में अव्वल रही है।
12वीं हयूमैनिरीज स्ट्रीम में तारिका बहल 99% अंक लेकर टाॅपर बनी। कामॅर्स में 99.5% अंक लेकर आरित शर्मा टाॅपर व नाॅन मेडिकल में 99% अंक लेकर अदैव बजाज टाॅपर बने।
सेंट जेवियर्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल सेक्टर 44 से 214 स्टूडेंट्स न दसवीं क्लास की और 59 ने बाहरवीं क्लास की परीक्षा दी थी। बाहरवीं क्लास की मेडिकल स्ट्रीम में नवजोत कौर ने 95 प्रतिशत और गर्वप्रीत गिल ने 94.75 प्रतिशत अंक हासिल किए। वहीं नॉन मेडिकल में यूविका ने 93.75 प्रतिशत , क्यल मैक वेस्ट ने 93 प्रतिशत, कॉमर्स में मनन अरोड़ा ने 97.75 प्रतिशत, शाशवत सूरी ने 94.50 प्रतिशत, जपजीत कौर ने 93.50 प्रतिशत अंक हासिल किए वहीं दसवीं क्लस में जसमीत कौर ने 98 प्रतिशत, राजवीर सिंह ने 98 प्रतिशत, ज्योना सहगल ने 97.4 प्रतिशत अंक हासिल किए। टेंडर हार्ट हाई स्कूल सैक्टर 33 में दसवीं क्लास में 10 स्टूडेंट्स ने 95 प्रशितश से अधिक अंक हासिल किया जिसमें जसकिरत सिंह ने 98 प्रतिशत, कार्तिक ने 98 प्रशित और मान्यता ने 97.6 प्रतिशत, अकाय ने 97.4 प्रतिशत, हिताक्षी ने 97.2 प्रतिशत, करणजोत ने 96.4 प्रतिशत,रीत ने 96.4 प्रतिशत, महनूर महल ने 96.2 प्रतिशत, तेजस ने 96 प्रतिशत, मन्नत ने 95 प्रतिशत अंक हासिल किए। सेंट स्टीफन स्कूल सैक्टर 45 में 20 स्टूडेंट्स ने 95 प्रतिशत अंक हासिल किए।
अतुलया ने 99.2 प्रतिशत, अकिानव ने 98.4 प्रतिशत, समायरा ने 98.2 प्रतिशत, ईबादत ने 97.8 प्रतिशत, चाहतदीप कौर ने 97.6 प्रतिशत, गुरनूर ने 97.4 प्रतिशत, रेयान गिल ने 97.2 प्रतिशत, ऋतविक ने 97 प्रतिशत, आलमवीर ने 96.8 प्रतिशत, ईश्नीत कौर ने 96.6 प्रतिशत, ईवा ने 96.4 प्रतिशत, खुशनैन ने 96.4 प्रतिशत, सानवी ने 96.2 प्रतिशत, बबीता ने 96.2 प्रतिशत, जैसमीन ने 96 प्रतिशत, हुनर 96 प्रतिशत, वेदांत तिवारी ने 95.6 प्रतिशत, जैसमीन ने 95.4 प्रतिशत, अनाहीता ने 95.2 प्रतिशत अक हासिल किए। स्ट्राबरी वर्ल्ड फील्ड स्कूल सेक्टर 26 में बाहरवीं क्लास की मेडिकल स्ट्रीम में रूबब खटरा ने 94.25 प्रतिशत और स्वास्तिका ने 93 प्रतिशत, हरविर ने 91.75 प्रतिशत, कॉमर्स स्ट्रीम में आरती ने 99.50 प्रतिशत, जुपमन ने 96.25 प्रतिशत अंक हासिल किए। वहीं दसवीं क्लास में रमया ने 99.20 प्रतिशत आस्मा ने 99.20 प्रतिशत अंक हासिल कर स्कूल में टॉप किया। सीएल अग्रवाल स्कूल सेक्टर 7 का दसवीं क्लास का ओवर ऑल रिजल्ट 100 प्रतिशत रहा।
12वीं के होनहार
तारिका बहल का सपना लॉ ऑफीसर बनना
12 वीं 99 फीसदी अंक हासिल करने वाली तारिका बहल का लॉ ऑफीसर बनने का सपना तारिका बहल ने 12वीं कक्षा में आर्ट संकाय में 99 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। पिता पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में उच्च न्यायाधीश विकास बहल और मां मोनिका बहल गृहिणी हैं । तारिका बहल का सपना लॉ ऑफीसर बनने का है।
नवताज कौर की डॉक्टर बनने की ख्वाहिश
12वीं कक्षा के मेडिकल संकाय में नवताज कौर ने 95 फीसदी अंक हासिल किए हैं। सेक्टर 44 के सेंट जेवियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा है । माता अमनदीप कौर गृहिणी और पिता जगदीप सिंह किसान हैं। सफलता का मंत्र बताया कि अपने मन को शांत रखें और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें। डॉक्टर बनने की ख्वाहिश लेकर वह फाजिल्का से चंडीगढ़ शिफ्ट हुए थे ।
आरित शर्मा का दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेना सपना
कॉमर्स संकाय में आरित शर्मा ने 12वीं कक्षा में 99.5 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं । पिता अमित शर्मा व्यावसायिक हैं और मां शेफाली शर्मा गृहिणी हैं ।
10वीं के होनहार
इंजीनियर बनना ट्राईसिटी टापर का सपना
पंचकूला के लिटिल फ्लावर कान्वेंट स्कूल के अक्षरा सैनी दसवीं कक्षा में 99.4 प्रतिशत अंक लेकर ट्राई सिटी में अव्वल रही हैं। पिता प्रदीप सैनी अधीक्षण अभियंता, बिजली बोर्ड, हरियाणा में कार्यरत है । इंजीनियरिंग के माध्यम से करियर बनाने का सपना है ।
अतुल्य मल्होत्रा ने कहा - विज्ञान के क्षेत्र में करियर
दसवीं कक्षा में 99.2 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले अतुल्य मल्होत्रा सेक्टर 45 के सेंट स्टीफन स्कूल का छात्र रह चुका है। पिता संजीव मल्होत्रा इंजीनियर हैं। मां सुरेश मल्होत्रा भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्यरत है।
प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना
आसमा श्री गर्ग ने दसवीं कक्षा में 99.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। पिता रवनीत पेशे से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, माता स्वर्गीय गीतांजलि थीं। सफलता का मंत्र नियमित रूप से स्कूल जाना था। उसने कभी भी ट्यूशन का सहारा नहीं लिया । जो भी पढ़ाई करता उसके बारे में गहराई से अध्ययन करने के बाद सोचता और पड़ता था जिससे विषय और भी दिलचस्प हो जाते थे।
रम्या बंसल बनना चाहती हैं डॉक्टर बनना
रम्या बंसल ने भी दसवीं कक्षा में कक्षा में 99.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं । पिता डॉ. विजय बंसल, मां डॉ. सुनैना बंसल स्त्री रोग विशेषज्ञ है। पूरे साल लगातार पढ़ाई व यूनिट टेस्ट की पूरी तैयारी की है।