मोहाली, 7 फरवरी (हप्र)
जिले में अपराध के ग्राफ को कम करने के लिए पीसीआर की संख्या 13 से बढ़ाकर 30 की गई है। इससे पुलिसिंग में सुधार हुआ है और अक्तूबर से दिसंबर 2024 तक के तीन महीने में स्नैचिंग को लगभग 50% कम करने में मदद मिली है। यह बात स्पेशल डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कही।
डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर और एसएसपी दीपक पारीक के साथ मीडिया को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जिले में स्ट्रीट क्राइम को नियंत्रित करने और रोकने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा जिले भर में 6 अंतर-जिला रात्रि नाके लगाए गए हैं। इनकी निगरानी 3 जिओज के साथ-साथ 10 इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। रात की जांच के दौरान लगभग 5711 वाहनों के ट्रैफिक चालान जारी किए गए हैं, जबकि दिसंबर 2024 से अब तक 51 वाहनों को जब्त किया गया है।
इसी तरह वर्ष 2024 में कुल 1,61,742 ट्रैफिक चालान किए गए, जिनमें 69,260 ई-चालान और 2189 ड्रंक एंड ड्राइव चालान शामिल हैं। इन नाकों के दौरान अवैध हथियारों और प्रतिबंधित सामान की बरामदगी भी की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न मामलों में जमानत पर छूटे स्नैचरों और चोरों के खिलाफ एक विशेष निगरानी अभियान शुरू किया गया है और पिछले 48 दिनों में ही ऐसे अपराध संदिग्धों के खिलाफ बीएनएसएस की विभिन्न धाराओं के तहत 448 निवारक कार्रवाई शुरू की गई हैं।
लोगों को आपराधिक गतिविधियों से सुरक्षित बनाने के लिए जीरकपुर के अधिकार क्षेत्र में 70 रेडियो फ्रीक्वेंसी आधारित वायरलेस सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
फेज-3बी2 मार्केट और जुबली वॉक में 35 सीसीटीवी कैमरे
वहीं फेज-3बी2 मार्केट और जुबली वॉक में अपराध की रोकथाम के लिए 35 सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया है। इससे इन बाजारों में गुंडागर्दी को रोकने में भी मदद मिली है। मटौर पुलिस स्टेशन में विशेष डीजीपी की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की गई। इस दौरान एसपी (जांच) डॉ. ज्योति यादव, एसपी (शहरी) हरवीर सिंह अटवाल और एसपी (ग्रामीण) मनप्रीत सिंह भी मौजूद थे।