BSNL ने हरियाणा में 2056 4G साइट की स्थापित, इनमें 829 राजस्थान सीमा से सटे जिलों में
राजस्थान सीमा से सटे भिवानी, महेंद्रगढ़ व नारनौल के सदूर इलाकों में मोबाइल सिग्नल न होने के चलते कनेक्टिविटी कटने की समस्या अब खत्म हो गई है। अब ग्रामीण बेरोकटोक अपने परिचितों से सीधी बातचीत कर रहे हैं। दरअसल, बीएसएनएल ने अपने नवीनतम चरण IX.2 परियोजना के तहत तीनों जिलों में 829 साइटें स्थापित की हैं, इनमें ज्यादातर राजस्थान सीमा से सटे गांव शामिल हैं।
डिजिटल भारत निधि के तहत हरियाणा में दूर संचार सेवाओं को बेहतर बनाने और ब्राडबैंड कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 970 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। इसमें से 771 करोड़ रुपये भारत नेट परियोजना पर खर्च होंगे। अब तक राज्य में भारत नेट के तहत 1,59, 949 फाइबर टू द होम (एफटीटीएच) कनेक्शन दिए गए हैं।
दरअसल, भिवानी से सांसद धर्मवीर सिंह ने केंद्र सरकार से राजस्थान सीमा से सटे भिवानी, महेंद्रगढ़, और नूंह जिलों में खराब मोबाइल कनेक्टिविटी वाले सीमावर्ती क्षेत्रों की पहचान को लेकर ब्योरा मांगा था। उन्होंने कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में नए 4जी व 5जी टावर स्थापित करने के लिए तैयार की गई योजना पर भी जवाब मांगा था। संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जवाब दिया कि हरियाणा के भिवानी, महेंद्रगढ़ और नूंह जिले के सभी 1070 गांवों में 4जी मोबाइल कनेक्टिविटी मौजूद है।
वहीं मोबाइल सिग्नल संबंधी समस्याओं और कॉल ड्रॉप के संबंध में ग्राम पंचायतों से शिकायतें प्राप्त होने के सवाल पर सिंधिया ने जवाब दिया कि सरकार द्वारा डिजिटल भारत निधि के तहत हरियाणा सहित देश के ग्रामीण दूरस्थ और सीमावर्ती क्षेत्रों में 4जी मोबाइल टावरों की स्थापना की के माध्यम से दूर संचार कनेक्टिविटी के विस्तार को लेकर परियोजनाएं तैयार की गई हैं, जिन पर कार्यान्वयन किया जा रहा है।
हरियाणा में 1,59,949 फाइबर टू द होम कनेक्शन किए गए प्रदान
सांसद धर्मवीर ने राजस्थान की सीमा से सटे क्षेत्रों में एमटीएनएल-बीएसएनएल नेटवर्क योजना, जहां पर सिग्नल कम आते हैं, उन क्षेत्रों में केंद्र सरकार लागू की योजना का ब्योरा मांगा। संचार मंत्री सिंधिया ने सदन पटल पर जानकारी दी कि हरियाणा में अब तक भारत नेट के तहत 1,59, 949 फाइबर टू द होम (एचटीटीएच) कनेक्शन दिए गए हैं और 2059 4जी साइट स्थापित की गई हैं, जिससे उपभोक्ताओं के मोबाइल सिग्नल और कॉल ड्राप संबंधी शिकायतों का निवारण हुआ। वहीं प्रत्येक दूर संचार सेवा प्रदाता (टीएफसी) के पास सेवा संबंधी शिकायतें दर्ज करानपे के लिए अपना स्वयं का ग्राहक सेवा केंद्र है। इसके साथ ही केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली पोर्टल पर भी शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं।