मदन गुप्ता सपाटू
कोरोना काल ने एक नया वर्क कल्चर दिया है- वर्क फ्रॉम होम। घर बैठे ही ऑफिस का काम निपटाएं। शुरू में तो काफी लोगों को यह अच्छा लगा। आने-जाने का खर्च बचा, कपड़ों का खर्च बचा, दिनचर्या आसान हो गई। कंपनियों को यह लाभ हुआ कि कार्यालयों के रख-रखाव का खर्च आधे से भी कम हो गया। उनके और भी खर्च बचे और उन्हें भी यह नया कल्चर भा गया, इसलिए इसे आगे भी जारी रखने का मन कई कंपनियों ने बनाया है। लेकिन, इसके कुछ नुकसान भी सामने आये। कार्यालय और घर से काम करने में काफी अंतर है। दफ्तर में पूरा सेटअप होता है, घर में बनाना पड़ता है। अकसर घर से काम करने में अनुशासन नहीं रहता और उससे कार्यक्षमता प्रभावित होती है। कुछ लोग बिस्तर पर ही औंधे पड़े-पड़े लैपटॉप पर काम करते हैं। वर्क फ्रॉम होम के फायदों के साथ-साथ लोग मानसिक अवसाद के शिकार भी हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में नकारात्मकता कम करने और कार्यक्षमता बढ़ाने में वास्तु बहुत सहायक हो सकता है…
- सुबह कुछ देर मेडिटेशन या योग करने से काम की क्षमता बढ़ती है। बिस्तर पर काम करने के बजाय एक स्थान नियत करें और टेबल-चेयर की व्यवस्था जरूर करें।
- अपने आसपास का माहौल शांत रखें और ऑफिस की तरह तैयार होकर काम करें। इससे ज्यादा मन लगेगा।
- कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके काम करना सबसे अच्छा होता है।
- अपनी सीट के पीछे उगता हुआ सूरज लगाने से अच्छे विचार आते हैं। नयी योजनाएं बनाने में मदद मिलती है। अगर प्राकृतिक रोशनी आ रही हो, तब तो अच्छी बात है, नहीं तो उगते सूरज का चित्र लगा लें।
- अपने काम करने की जगह के आसपास के माहौल को पॉजिटिव रखने के लिए वहां की पुरानी, बेकार चीजों को हटा दें। ऐसी चीजें न रखें जो उपयोग में न आती हों।
- कम्प्यूटर-लैपटॉप को उत्तर दिशा की ओर रखना अच्छा होता है।
- काम करने की जगह पर रोजाना साफ-सफाई करें। वहां फूलों वाले पौधे या अन्य इनडोर प्लांट रख सकते हैं। रोजाना धूप, अगरबत्ती का उपयोग करना फायदा दे सकता है।
- अपने सामान को व्यवस्थित रखें। कभी भी टेबल पर या आसपास पेपर, फाइलें बिखेरकर न रखें। इससे उलझन, तनाव और अनिर्णय की स्थिति पैदा होती है।
- काम करने की जगह पर पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए। वरना इससे निगेटिविटी आने के साथ-साथ आंखों पर भी बुरा असर पड़ता है।
- हो सके तो पक्षियों के लिए दाना-पानी रखें, इससे काम में तरक्की मिलती है।
- अपने आस-पास हिंसक पशु या निराशा पैदा करने वाली तस्वीरें न लगाएं, जैसे डूबते हुए सूरज की तस्वीर।