मदन गुप्ता सपाटू
रह-रह कर डरा रही महामारी के इस दौर ने नियोक्ताओं और कर्मियों को एक नया कल्चर दिया है- वर्क फ्रॉम होम। कुछ लोगों के लिए घ्ार ही दफ्तर बन गया है। ऐसे में घर से काम करने के दौरान वास्तु संबंधी कुछ बातों का ध्यान रखा जाये, तो कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
- काम करने के लिए लकड़ी की कुर्सी, टेबल को ही प्राथमिकता दें। लोहे या प्लास्टिक के फर्नीचर के इस्तेमाल से बचें। फर्नीचर अजीब डिजाइन में न हो, आयताकार टेबल काम करने के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है।
- आप जिस टेबल पर काम करते हैं, उसकी साफ-सफाई का भी ध्यान रखा जाना बेहद आवश्यक है। टेबल पर कोई टूटा-फूटा सामान, बेकार कागज नहीं होना चाहिये। ऑफिस की फाइलें रखनी हैं तो उन्हें दक्षिण या पश्चिम में दीवार पर बनी अलमारी में ही रखें। साथ ही अलमारी को खुला न रखें।
- दक्षिण-पश्चिम में आप एक ग्लोब अवश्य रखें। इसके अलावा, अपने वर्क एरिया के आसपास कुछ हरे पौधे जरूर रखें। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी पौधा आपके उत्तर-पूर्व दिशा में न हो। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि प्लास्टिक के पौधे या सूखे पौधे को न रखें। आप कुछ क्रिस्टल जैसे कि क्वार्ट्ज, टाइगर-आई अपनी टेबल पर रख सकते हैं।
- काम के दौरान आसपास के रंग भी काफी हद तक प्रभावित करते हैं। बेहतर होगा कि अपने घर में वर्क एरिया में हल्के रंग को प्राथमिकता दें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके सामने वाली दीवार पर नीला या लाल जैसा कोई गहरा रंग न हो।
- जब काम करने बैठें तो ध्यान दें कि आपके पीछे कोई खुली हुई खिड़की या कांच की खिड़की न हो। वास्तु के अनुसार, कई बार इसके कारण मन भटकता रहता है और काम करने में परेशानी होती है।
- वास्तु के अनुसार, वर्क फ्रॉम होम के दौरान आपका काम करने का स्थान घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
- अगर आप लेखन, क्रिएटिविटी, सॉफ्टवेयर डेवेेलपमेंट क्षेत्रों से जुड़े हैं, तो घर की उत्तर-पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है।
- अगर आप एक एंटरप्रेन्योर हैं, तो आपके लिए दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में काम करना शुभ है।
- अगर आपका बिजनेस बिक्री, मार्केटिंग और लॉजिस्टिक जैसे क्षेत्रों से जुड़ा है, तो घर के उत्तर-पश्चिम दिशा में बैठकर काम कर सकते हैं।