Panchang 18 September 2025: आज द्वादशी तिथि का श्राद्ध, बन रहा गुरु-पुष्य योग
Dwadashi Tithi Shraddha: आज द्वादशी तिथि है। यानी आप द्वादशी तिथि का श्राद्ध है। द्वादशी तिथि रात्रि 11:25 तक रहेगी। खास बात यह है कि आज दिन की शुरुआत पुष्य नक्षत्र में हुई। वीरवार को जब पुष्य नक्षत्र आता है तो इसे गुरु-पुष्य योग कहते हैं। इस योग दान व पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक जब श्राद्ध गुरु पुष्य नक्षत्र में हो तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है। इस दिन तर्पण और दान-पुण्य का अत्यधिक महत्व है। मान्यता है कि इस योग में किया गया दान, जप, तप और पूजा का पुण्य दोगुना बढ़कर फल देता है। अतः आज का दिन पितरों की शांति के साथ पुण्य संचय के लिए भी अनुपम अवसर है।
Panchang 18 September 2025: राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 27, शक संवत 1947
विक्रम संवत 2082
माह अश्विन, कृष्ण पक्ष
तिथि द्वादशी (रात्रि 11:25 तक), उपरांत त्रयोदशी
वार बृहस्पतिवार
सौर मास आश्विन मास प्रविष्टे 03
अंग्रेजी तारीख 18 सितम्बर 2025
सूर्य स्थिति दक्षिणायन, दक्षिण गोल
ऋतु शरद ऋतु
राहुकाल दोपहर 01:30 से 03:00 बजे तक
नक्षत्र पुष्य (प्रातः 06:32 तक), उपरांत अश्लेषा
योग शिव योग (रात्रि 09:37 तक), उपरांत सिद्धि योग
करण कौलव (पूर्वाह्न 11:29 तक), उपरांत गर करण
विजय मुहूर्त 02:17 अपराह्न से 03:06 अपराह्न
निशीथ काल 11:52 रात्रि से 12:39 रात्रि तक
गोधूलि बेला 06:22 शाम से 06:46 शाम तक
चन्द्रमा कर्क राशि में संचार
श्राद्ध द्वादशी का श्राद्ध
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।