जिमी कार्टर अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति रहे। अमेरिकी नौसेना में काम कर चुके कार्टर समय के बेहद पाबंद थे। उनकी पत्नी एलानोर रोज़ालिन स्मिथ उनकी तरह समय की पाबंद नहीं हो पाईं। यदि कहीं जाते समय पांच मिनट की भी देरी हो जाती तो जिमी कार्टर और रोज़ालिन में अनबन हो जाती। 18 अगस्त, 1984 को जिमी कार्टर को अपना एक बहुत महत्वपूर्ण भाषण देना था। वे कार्य में बेहद व्यस्त रहे। अचानक उन्हंे ध्यान आया कि 18 अगस्त को तो रोज़ालिन का जन्मदिवस है। व्यस्तता के चलते वे पत्नी का जन्मदिवस बिल्कुल भूल ही गए। वे पत्नी को क्या उपहार दें, इसी उधेड़बुन में वे घर पहुंचे। उन्होंने एक कागज पर पत्नी के लिए पत्र लिखा और उनके पास छोड़ दिया। रोज़ालिन ने पत्र खोलकर पढ़ा। उसमें लिखा था, ‘जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारा एक साथ सफर बहुत खूबसूरत रहा। हमारे अधिकतर मतभेद समय की पाबंदी को लेकर हुए। मैंने तुम्हारी लेटलतीफी के कारण भी तुम्हें अनेक अप्रिय बातें कहीं। आज मैं तुमसे यह वादा करता हूं कि तुम्हारी लेटलतीफी को लेकर आइंदा कभी अप्रिय बात नहीं कहूंगा। इस बार तुम्हारे जन्मदिवस पर मैं तुम्हें यह उपहार दे रहा हूं।’ यह पढ़कर रोज़ालिन की आंखें नम हो गईं। जिमी कार्टर ने पत्नी से किए गए इस वादे को अंत तक निभाया। प्रस्तुति : रेनू सैनी