डॉ. जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर को परमाणु बम के जनक के रूप में जाना जाता है। बम का निर्माण करने के बाद वे अमेरिकी संसद के सामने उपस्थित हुए, जहां पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। आश्चर्य से भरे सदस्यों ने वहां उनसे पूछा, ‘क्या इस विनाशकारी बम का प्रतिरोधी शस्त्र भी कोई है?’ ओपेनहाइमर ने कहा, ‘हां, अवश्य है।’ सदस्यों की हैरानी और जिज्ञासा देखते ही बनती थी और सभी उनकी तरफ़ सवालिया निगाहों से देख रहे थे। एक ने कहा, ‘बताइए’। डॉ. ओपेनहाइमर ने सभी सदस्यों की ओर देखते हुए जवाब दिया, ‘शांति’।
प्रस्तुति : अरुण कुमार कैहरबा