Panchang 6 August 2025: सावन मास का प्रदोष व्रत आज, शिव-पार्वती की पूजा से मिलेगी कष्टों से मुक्ति
Panchang 6 August 2025: आज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। यह दोपहर 2 बजकर 9 मिनट तक रहेगी। इसके उपरांत त्रयोदशी तिथि का आरंभ होगा। प्रत्येक माह त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ऐसे में आज सावन मास का अंतिम प्रदोष व्रत रखा जा रहा है, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन शिव-पार्वती की पूजा करने से साधक को भय, दोष और कष्टों से मुक्ति मिलती है तथा जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना शिव आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है और प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। इस व्रत में संध्या समय भगवान शिव की विधिवत पूजा की जाती है। आज के दिन वैधृति योग सुबह 07:18 बजे तक रहेगा, उसके बाद विष्कुंभ योग आरंभ होगा। साथ ही राहुकाल दोपहर 12:00 से 01:30 बजे तक रहेगा, जिसे अशुभ काल माना जाता है। चंद्रमा आज धनु राशि में संचार करेगा। इस प्रकार सावन के अंतिम प्रदोष व्रत के दिन कई शुभ-अशुभ संयोग बन रहे हैं, जो पूजा-पाठ के दृष्टिकोण से विशेष प्रभाव डालते हैं।
Panchang 6 August 2025: राष्ट्रीय मिति श्रावण 15
शक संवत् 1947, श्रावण शुक्ल द्वादशी
विक्रम संवत् 2082
सौर मास श्रावण मास प्रविष्टे 22
अंग्रेज़ी तिथि 06 अगस्त 2025
वार बुधवार
सूर्य स्थिति दक्षिणायण, उत्तर गोल
ऋतु वर्षा ऋतु
राहुकाल दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक
तिथि द्वादशी (02:09 अपराह्न तक), तत्पश्चात त्रयोदशी आरंभ
नक्षत्र मूल (01:00 अपराह्न तक), तत्पश्चात पूर्वाषाढ़ आरंभ
योग वैधृति (07:18 प्रातः तक), तत्पश्चात विष्कुंभ योग
करण बालव (02:09 अपराह्न तक), तत्पश्चात तैतिल आरंभ
विजय मुहूर्त दोपहर 02:41 से 03:34 तक
निशीथ काल रात 12:06 से 12:48 तक
गोधूलि बेला शाम 07:08 से 07:30 तक
चन्द्र राशि धनु राशि में संचार
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।