चंडीगढ़, 15 मार्च (ट्रिन्यू)
Panchang 15 March 2025: हिंदू धर्म में पंचांग के अनुसार कार्य करने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। आज 15 मार्च 2025 से चैत्र माह का शुभारंभ हो रहा है। इस महीने पूजा-पाठ, ध्यान और सत्कर्म करने से नकारात्मक विचार दूर होते हैं और एकाग्रता बढ़ती है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक इस दौरान जानवरों को पानी पिलाना और पक्षियों को दाना डालना शुभ माना जाता है, जिससे जीवन के दोषों का नाश होता है। चैत्र माह में भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार की पूजा करने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। पीपल के पेड़ की पूजा और सात परिक्रमा करने से जीवन में सुख-शांति आती है।
Panchang 15 March 2025: राष्ट्रीय मिति फाल्गुन 24, शक संवत 1946
विक्रम संवत 2081
तिथि प्रतिपदा (अपराह्न 01:34 तक), उपरांत द्वितीया
नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी (प्रातः 08:54 तक), उपरांत हस्त
योग गण्ड (अपराह्न 02:00 तक), उपरांत वृद्धि
करण कौलव (अपराह्न 02:34 तक), उपरांत गर
सौर मास चैत्र (प्रविष्टे 02)
सूर्य स्थिति उत्तरायण, दक्षिण गोल
ऋतु बसन्त ऋतु
अंग्रेजी तिथि 15 मार्च 2025, शनिवार
राहुकाल प्रातः 09:00 – 10:30
विजय मुहूर्त 14:30 – 15:18
निशिथ काल 00:06 – 00:54
गोधूलि बेला 18:27 – 18:51
चंद्रमा की स्थिति कन्या राशि
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।