Panchang 10 February 2025: शीघ्र प्रसन्न होते हैं भगवान शिव, सोमवार के व्रत से मिलता है विशेष फल
चंडीगढ़, 10 फरवरी (ट्रिन्यू)
Panchang 10 February 2025: महादेव शिव को भोले भंडारी कहा जाता है क्योंकि वे अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न होते हैं। सोमवार को शिव जी का प्रिय दिन माना जाता है, इसलिए इस दिन व्रत और पूजा विशेष फलदायी होती है। मान्यता है कि सोमवार व्रत से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है और अविवाहित कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। कई श्रद्धालु सावन के सोलह सोमवार का व्रत भी रखते हैं।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक व्रत रखने वाले को प्रातः स्नान कर शिवलिंग पर जल व बिल्वपत्र अर्पित करना चाहिए। घर के मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित कर विधिपूर्वक पूजन करें। चंदन, रोली, अक्षत, पान-सुपारी, पुष्प और फल अर्पित करें। पंचामृत और मिश्री से भगवान को भोग लगाएं। शिवलिंग पर जलाभिषेक के बाद सोमवार व्रत कथा का पाठ करें। इस व्रत में एक बार सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए।
भगवान शिव को मालपुआ प्रिय है, जिसे आटा, सूजी, दूध, सौंफ और इलायची से तैयार कर चाशनी में डुबोया जाता है। व्रत में सेंधा नमक, कुट्टू या सिंघाड़े के आटे की रोटी, सामक के चावल, बिना नमक की दही और फलों का सेवन किया जाता है। इस दिन शाकाहारी और सात्विक आहार ग्रहण करने की परंपरा है।
Panchang 10 February 2025: 10 फरवरी 2025 पंचांग
राष्ट्रीय मिति माघ 21, शक संवत 1946
विक्रम संवत 2081
तिथि त्रयोदशी (सायं 06:58 तक) उपरांत चतुर्दशी
वार सोमवार
सौर मास माघ मास प्रविष्टे 28
अंग्रेजी तिथि 10 फरवरी 2025
सूर्य स्थिति उत्तरायण, दक्षिण गोल
ऋतु शिशिर
राहुकाल प्रातः 07:30 से 09:00
नक्षत्र पुनर्वसु (सायं 06:01 तक) उपरांत पुष्य
योग प्रीति (पूर्वाह्न 10:27 तक) उपरांत आयुष्मान
करण तैतिल (सायं 06:58 तक) उपरांत वणिज
विजय मुहूर्त दोपहर 02:26 से 03:10
निशीथ काल रात 12:09 से 01:01
गोधूलि बेला शाम 06:05 से 06:31
चंद्रमा की स्थिति पूर्वाह्न 11:57 तक मिथुन, उपरांत कर्क राशि
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।