Panchang 10 August 2025: भाद्रपद मास शुरू, भगवान कृष्ण की आराधना से होंगी इच्छाएं पूर्ण
Panchang 10 August 2025: आज से भाद्रपद मास प्रारंभ हो गया है। यह चातुर्मास का दूसरा महीना है और भगवान गणेश व श्रीकृष्ण को समर्पित है। भगवान कृष्ण का जन्म इसी माह में हुआ था, इसलिए इसका धार्मिक महत्व अत्यधिक है। मान्यता है कि इस समय श्रद्धा से श्रीकृष्ण की आराधना करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। इस महीने पवित्र नदियों में स्नान का विशेष पुण्य भी प्राप्त होता है।
पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार भाद्रपद माह में कई प्रमुख व्रत-त्योहार आते हैं, किंतु यह समय शुभ-मांगलिक कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता, क्योंकि चातुर्मास में भगवान विष्णु योग निद्रा में होते हैं। इसलिए विवाह, सगाई, गृह प्रवेश या नए कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस महीने में दही, गुड़ और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन भी वर्जित है।
Panchang 10 August 2025: राष्ट्रीय मिति श्रावण 19
शक संवत् 1947
माह भाद्रपद, कृष्ण प्रतिपदा
वार रविवार
विक्रम संवत् 2082
सौर मास श्रावण मास, प्रविष्टे 26
अंग्रेजी तिथि 10 अगस्त 2025 ई॰
सूर्य स्थिति दक्षिणायण
गोलार्ध उत्तर गोल
ऋतु वर्षा ऋतु
राहुकाल सायं 04:30 बजे – 06:00 बजे
तिथि प्रतिपदा तिथि – मध्याह्न 12:11 तक, उपरांत द्वितीया तिथि आरंभ
नक्षत्र धनिष्ठा – अपराह्न 01:53 तक, उपरांत शतभिषा आरंभ
योग शोभन योग – अर्धरात्रोत्तर 12:02 तक, उपरांत अतिगण्ड योग आरंभ
करण कौलव – मध्याह्न 12:11 तक, उपरांत गर करण आरंभ
चंद्र राशि कन्या (दिन-रात)
विजय मुहूर्त दोपहर 02:39 – 03:32
निशीथ काल रात्रि 12:05 – 12:48
गोधूलि बेला शाम 07:05 – 07:26
पंचक पूरे दिन
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।