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Maha Kumbh 2025 : यातायात में बढ़ोतरी से जूझ रहा प्रयागराज हवाई अड्डा, यात्रियों का बनाया रिकॉर्ड

महाकुंभ के लिए उमड़ रही लोगों की भीड़ को इसका श्रेय देना होगा
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प्रयागराज, 24 फरवरी (भाषा)

प्रयागराज एक छोटा हवाई अड्डा है, जिसका उपयोग मामूली हवाई यातायात और सीमित संख्या में यात्रियों को संभालने के लिए किया जाता रहा है। फिलहाल यहां से अमीर व मशहूर लोगों के लिए प्रतिदिन औसतन लगभग 40 ऐसे विशेष और निजी विमानों का संचालन किया जा रहा है। उड़ान पहले से निर्धारित नहीं होती हैं और सप्ताहांत के दिनों में ऐसे विमानों की संख्या 70 तक पहुंच जाती है। महाकुंभ के लिए उमड़ रही लोगों की भीड़ को इसका श्रेय देना होगा।

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रिकॉर्ड महाकुंभ की शुरुआत के बाद से बार-बार टूटता रहा

महाकुंभ को सदी का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन बताया जा रहा है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये आंकड़े पहले से निर्धारित औसतन 148 वाणिज्यिक यात्री विमानों से परे हैं, जो कुंभ के नहीं होने की अवधि के दौरान की संख्या के सात गुना से भी अधिक हैं। ये विमान हर दिन हवाई पट्टी से उड़ान भरने के साथ ही इस हवाई अड्डे के माध्यम से यात्रियों की आवाजाही का रिकॉर्ड बना रहे हैं। यह रिकॉर्ड महाकुंभ की शुरुआत के बाद से बार-बार टूटता रहा है।

अधिकारी ने कहा कि इस तरह का नवीनतम रिकॉर्ड 21 फरवरी को दर्ज किया गया था जब एक ही दिन में 236 उड़ानों से 24,512 यात्री हवाई अड्डे पर पहुंचे और वहां से रवाना हुए। सामान्य समय के दौरान, हवाई अड्डे से करीब 20 पूर्व निर्धारित उड़ानें आती-जाती हैं, जिनमें एक हजार से भी कम यात्री होते हैं।

हवाई अड्डे का संचालन निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण

प्रयागराज अड्डे के निदेशक मुकेश चंद्र उपाध्याय ने बताया कि हमने 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान के बाद से पूर्व निर्धारित और गैर पूर्व निर्धारित, दोनों तरह के हवाई यातायात में अचानक वृद्धि देखी। ग्राफ लंबवत हो गया और भीड़ हमारी उम्मीदों से परे थी। उस समय से हवाई अड्डे का संचालन निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण हो गया है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा, हमने राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, सांसदों, विधायकों, व्यापार जगत के दिग्गजों, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों, नौकरशाहों और विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों की मेजबानी की है। उनमें से अधिकांश लोग संगम में डुबकी लगाने के लिए विशेष उड़ानों और निजी विमानों का लाभ उठाते हैं। हाल ही में राजस्थान से करीब 180 राजनेताओं का दल हवाई अड्डे पर पहुंचा, जिन्होंने कुंभ में स्नान के लिए विशेष विमान का उपयोग किया।

प्रयागराज हवाई अड्डे का निर्माण 1931 में पूरा हुआ

हवाई अड्डे के निदेशक ने कहा कि महाकुंभ के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले कॉरपोरेट जगत के दिग्गजों में अंबानी बंधु मुकेश और अनिल, अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी, हीरो मोटोकॉर्प के अध्यक्ष पवन मुंजाल, वेदांत समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल और हिंदुजा समूह और टीवीएस समूह के कारोबारी शामिल हैं, और ये सभी परिवार के साथ पहुंचे थे।

भारतीय वायु सेना और एएआई द्वारा संयुक्त रूप से संचालित प्रयागराज हवाई अड्डे का निर्माण 1931 में पूरा हुआ था और इसे 2019 से पहले एक नए सिविल टर्मिनल के साथ अद्यतन किया गया था। वर्तमान में यह हवाई अड्डा ‘सीएटी 2 इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम' के साथ रात में उतरने की सुविधा मुहैया कराने का दावा करता है। हम अब रात भर काम कर रहे हैं और सूर्यास्त के बाद लगभग 7 से 8 विमानों के उतरने और उनके उड़ान भरने की व्यवस्था को संभाल रहे हैं।

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