महात्मा बुद्ध एक बार भिक्षा मांगने जा रहे थे, रास्ते में उन्हें एक घर दिखाई दिया। घर की मालकिन बहुत झगड़ालू थी। कुछ को भिक्षा मांगते देख उन्हें अपशब्द कहने लगी किंतु महात्मा बुद्ध शांत भाव से उसकी बातें सुनते रहे। उनके शांत चेहरे को देखा तो उनका क्रोध दोगुना हो गया। जब वह कुछ शांत हुई तो उन्होंने स्त्री से पूछा, मां यदि मैं आपका दिया भोजन स्वीकार नहीं करूं तो बताइए वह भोजन किसके पास रहेगा? वह स्त्री बोली, मेरे पास ही रहेगा। महात्मा बुद्ध मुस्कुराए और बोले यदि मैं आपके द्वारा बोले गए अपशब्दों को भी स्वीकार न करूं तो क्या होगा? यह सुनकर वह स्त्री बहुत शर्मिंदा हुई। उसने भगवान बुद्ध से क्षमा मांगी।
प्रस्तुति : श्रीमती प्रवीण शर्मा
Advertisement
Advertisement
Advertisement
×

