Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Karwa Chauth 2025: कब है करवाचौथ 9 या 10 अक्टूबर को, यहां पढ़ें व्रत की सही तिथि

Karwa Chauth 2025: पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन की कामना के लिए रखा जाता है व्रत

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

Karwa Chauth 2025: आज कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। इसी कृष्ण पक्ष में सुहागिन महिलाओं का व्रत करवाचौथ भी आता है, लेकिन इसकी तिथि को लेकर कुछ लोगों में संशय है। करवाचौथ वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।

करवाचौथ के दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सूर्योदय से लेकर चांद निकलने तक वे जल तक ग्रहण नहीं करतीं और रात्रि में चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत खोलती हैं। करवा चौथ का पर्व मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, राजस्थान आदि में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

Advertisement

यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2025 Holiday: हरियाणा के स्कूलों में करवा चौथ का रहेगा अवकाश

Advertisement

पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर की शाम से आरंभ होकर 10 अक्टूबर 2025 की शाम तक रहेगी। पंचांग के अनुसार उदयातिथि को मान्यता दी जाती है, इसलिए करवा चौथ का व्रत 10 अक्टूबर को रखा जाएगा। इस दिन चंद्रमा के रात्रि 8 बजकर 15 मिनट पर उदित होने की संभावना है। महिलाएं इस समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलेंगी।

यह भी पढ़ें: KarvaChauth: विधवाओं के लिए करवाचौथ की कर दी मांग, हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता पर लगाया जुर्माना

करवा चौथ के दिन महिलाएं हाथों में मेहंदी लगाती हैं, सोलह श्रृंगार करती हैं, चौथ माता की पूजा करती हैं और कथा सुनने के बाद अपने पति के दीर्घायु जीवन की कामना करती हैं।

Panchang 8 October 2025: राष्ट्रीय मिति आश्विन 16, शक संवत 1947

विक्रम संवत 2082

मास कार्तिक

पक्ष कृष्ण पक्ष

तिथि द्वितीया (अर्धरात्रोत्तर 02:23 तक), उपरांत तृतीया आरंभ

वार बुधवार

सौर मास आश्विन (प्रविष्टे 23)

अंग्रेज़ी तारीख 08 अक्टूबर 2025 ई॰

ऋतु शरद ऋतु

अयन दक्षिणायन

गोल दक्षिण गोल

नक्षत्र अश्विनी (रात्रि 10:45 तक), उपरांत भरणी नक्षत्र

योग हर्षण योग (अर्धरात्रोत्तर 01:33 तक), उपरांत वज्र योग

करण तैतिल करण (सायं 04:06 तक), उपरांत वणिज करण

राहुकाल दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक

विजय मुहूर्त दोपहर 02:05 से 02:52 तक

निशिथ काल रात्रि 11:44 से 12:33 तक

गोधूलि बेला शाम 05:59 से 06:24 तक

चन्द्रमा मेष राशि में संचार करेगा

डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।

Advertisement
×