Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Kanwar Yatra 2025 : पुलिस सुरक्षा के लिए 5000 से अधिक कर्मियों को किया जाएगा तैनात, ड्रोन की भी ली जाएगी मदद

तीर्थयात्रा 22 जुलाई तक जारी रहेगी और शिवरात्रि पर समाप्त होगी
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

नई दिल्ली, 15 जुलाई (भाषा)

Advertisement

Kanwar Yatra 2025 : राष्ट्रीय राजधानी में कावड़ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए 5,000 से अधिक दिल्ली पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों की लगभग 50 कंपनियों (5000 से अधिक कर्मियों) को तैनात किया गया है। इसके अलावा ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के अनुसार, जिन प्रमुख रास्तों से कांवड़ियों के गुजरने की संभावना है उन पर पर अतिरिक्त जांच शुरू की गई है। जरूरत के हिसाब से मार्गों में परिवर्तन किया गया है। तीर्थयात्रा 22 जुलाई तक जारी रहेगी और शिवरात्रि पर समाप्त होगी। हम अर्धसैनिक बलों और होमगार्ड के साथ समन्वय में हैं, जो सीसीटीवी निगरानी और ड्रोन गश्त के माध्यम से संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी करेंगे। निर्धारित कांवड़ शिविरों और मंदिर क्षेत्रों के लिए भी विशेष सुरक्षा उपायों की योजना बनाई गई है, जहां तीर्थयात्री क्रमश: विश्राम करेंगे और अनुष्ठान करेंगे। शहर भर में शिविर लगाने के लिए 774 स्थानों की पहचान की गई है।

374 कांवड़ शिविरों को पहले ही अनुमति दी जा चुकी है। पुलिस ने बताया कि 150 से अधिक अतिरिक्त शिविर अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। मुख्य ध्यान कानून-व्यवस्था बनाए रखने, यातायात को सुचारू रूप से चलाने और तीर्थयात्रियों को तत्काल सहायता प्रदान करने पर रहेगा। पीसीआर वैन, त्वरित कार्रवाई दल और एम्बुलेंस को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-1, एनएच-9 जैसे प्रमुख मार्गों और बाहरी, उत्तर-पूर्व, पूर्वी और शाहदरा जिलों से गुजरने वाली प्रमुख सड़कों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पैदल और वाहनों में कांवड़ (गंगा जल से सजे बर्तन) लेकर आने वाले तीर्थयात्रियों को निर्धारित स्थानों से प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए, दिल्ली पुलिस ने उनके प्रवेश मार्गों की एक सूची जारी की है, जिसमें गाजीपुर बॉर्डर, आनंद विहार, भोपुरा, अप्सरा, महाराजपुर, लोनी बॉर्डर और आईएसबीटी कश्मीरी गेट शामिल हैं।

वजीराबाद से भोपुरा, जीटी रोड और लोनी रोड जैसी विशिष्ट सड़कें भी प्रमुख कांवड़ मार्गों के रूप में काम करेंगी। प्रशासन ने नागरिकों से कांवड़ियों के आवागमन के लिए निर्धारित मार्गों से बचने की भी अपील की है। आपातकालीन सेवाओं और आवश्यक वाहनों को सुगमता प्रदान की जाएगी और विशेष हेल्पलाइन शुरू की गई हैं।

Advertisement
×