Hindu Rituals: हवन में आहुति देते समय क्यों कहा जाता है ‘स्वाहा’?, जानें महत्व
Why is it said 'Swaha' while offering sacrifice in Havan? Know its importance
चंडीगढ़, 6 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Hindu Rituals: हिंदू धर्म में हवन बहुत ही महत्वपूर्ण है। हवन का उद्देश्य घर में शांति, सुख-समृद्धि बढ़ाना होता है। साथ ही इससे घर के नकारात्मक वातावरण की भी शुद्धि होती है।
हवन के दौरान आहुति देते समय ‘स्वाहा’ शब्द का उच्चारण किया जाता है, जो धार्मिक नजरिए से बहुत खास है। आहुति की हवन सामग्री को देवता तभी ग्रहण करते हैं जब स्वाहा बोला जाता है, जिसका अर्थ है सही रीति से पहुंचाना।
ऐसी मान्यता है कि हवन की अग्नि में आहुति देते समय ‘स्वाहा’ शब्द का उच्चारण यह दर्शाता है कि अग्नि में अर्पित हो रही हर चीज पूरी श्रद्धा और आस्था से देवताओं के पास पहुंच रही है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, स्वाहा दक्ष प्रजापति की पुत्री हैं, जिनका विवाह अग्निदेव के साथ हुआ था। वह उनके माध्यम से ही हवन में दी गई आहुति को ग्रहण करती थीं। मगर फिर स्वाहा को भगवान श्री कृष्ण ने यह वरदान दिया था कि यज्ञ और हवन की हर आहुति उनके नाम से ही दी जाएगी, जिसके बाद से हर आहुति के समय ‘स्वाहा’ कहा जाने लगा।
पुराणों में वर्णन मिलता है कि ऋग्वेद काल में अग्नि को देवता को भगवान व मनुष्य के बीच का माध्यम बनाया गया है इसलिए स्वाहा उच्चारण के साथ हवन के दौरान अर्पित की जाने वाली सामग्री सीधे देवताओं तक पहुंचती है। हवन से ना सिर्फ देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और बल्कि घर में भी सुख-समृद्धि रहती है।