Gyan ki Baatein : बाहर जाते समय छींक दिया, अब रुक जाओ... ऐसा क्यों कहती है दादी-नानी
चंडीगढ़, 20 फरवरी (ट्रिन्यू)
Gyan ki Baatein : हर किसी कभी न कभी सर्दी, धूल-मिट्टी या एलर्जी आदि के कारण छींक आती है। वहीं, अगर घर से बाहर निकलते समय छींक आ जाए तो इसे अपशगुन माना जाता है। पुराने समय से चली आ रही आम मान्यता यह है कि जब भी आप घर से बाहर जा रहे हों और अचानक कोई छींक दे तो यह अशुभ संकेत होता है।
दादी-नानी अनेक प्रकार के व्रत-उपवास, त्योहार, धार्मिक अनुष्ठान आदि में गहरी आस्था रखती हैं। उनकी इस आस्था से घर के सभी सदस्य प्रभावित होते हैं। दादी-नानी आज भी बाहर जाते समय पीछे से आवाज ना देना, निकलते समय छींक का आना आदि जैसे अंधविश्वासों को मानती है लेकिन उनकी इन मान्यताओं के पीछे कई धार्मिक कारण होते है। आज हम आपको बताएंगे कि बाहर जाते समय छींक आने की धार्मिक मान्यताएं क्या है...
बाहर निकलते समय छींक आना
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, अगर घर से बाहर जाते समय कोई छींक दें तो इसे अशुभ माना जाता है। हालांकि अगर छींक एक से ज्यादा बार आ जाए तो परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि यह इस बात का संकेत है कि आपको उस काम में सफलता मिलेगी। वहीं, यात्रा पर निकलते समय छींक आए तो उसे टाल देना चाहिए या कुछ देर बाद निकलना चाहिए।
किसी भी शुभ कार्य से पहले गाय का छींकना
संस्कृत में 'छींक' को 'तूती' कहा जाता है। शकुन शास्त्रियों ने इसे अत्यधिक महत्व दिया है। शकुन शास्त्र के अनुसार, छींक हमेशा अशुभ फल देती है। खासकर तब जब कोई व्यक्ति किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए बाहर जा रहा हो या पहले से ही किसी शुभ कार्य के बीच में हो। वहीं, अगर गाय छींक दे तो यह अत्यंत अशुभता का संकेत माना जाता है।
सोने से पहले छींक
सोने से पहले छींकना भी अशुभ माना जाता है। भोजन से पहले छींकना भी अशुभ माना जाता है, लेकिन भोजन के अंत में छींकना अगले दिन कोई शुभ समाचार लाने वाला माना जाता है, इसलिए इसे शुभ माना जाता है। वहीं, अगर दवा लेते समय छींक आए तो मतलब कि आप जल्दी ही ठीक होने वाले है।
अच्छे काम से पहले छींक आना शुभ
हालांकि अगर कोई शकुन के काम से पहले छींक दें तो उसे बुरा नहीं माना जाता है। मान्यता है कि गर कोई व्यक्ति किसी शकुन से पहले या शकुन के बाद छींकता है तो कुछ शुभ होने वाला होता है।
क्या कहता है विज्ञान?
वैज्ञानिकों की मानें तो बाहर जाते समय छींक आना अक्सर "फोटिक स्नीज रिफ्लेक्स" के कारण होता है, जिसका अर्थ है कि आप बाहरी वाचावरण के प्रति अलग प्रतिक्रिया का अनुभव कर रहे हैं। इसे कभी-कभी "ACHOO सिंड्रोम" भी कहा जाता है, जो किसी एलर्जी के कारण भी हो सकता है।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।