Gyan ki Baatein : सोना गुम होना बुरा शगुन होता है... ऐसा क्यों कहती है दादी-नानी?
चंडीगढ़, 17 फरवरी (ट्रिन्यू)
Gyan ki Baatein : सनातन धर्म में सोने को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसे देवी लक्ष्मी से संबंधित माना जाता है। यही वजह है कि दादी-नानी सोने का गुम होना अशुभ मानती हैं। अक्सर आपने दादी-नानी को कहते हुए सुना होगा कि सोने को संभाल कर रखो, इसका गुम होना अशुभ माना जाता है। आज भी समाज में सोना गुमना भी अत्यन्त अशुभ माना गया है।
चलिए जानते हैं इसके कारण... सोना गुम होना क्यों अशुभ?कई संस्कृतियों में, सोना खोना अशुभ माना जाता है क्योंकि सोना अक्सर धन, समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा होता है, इसलिए इसे खोने को संभावित वित्तीय नुकसान या दुर्भाग्य के संकेत के रूप में समझा जाता है
मां लक्ष्मी हो जाती है नाराज
वहीं, इसके पीछे धार्मिक मान्यता है कि स्वर्ण के खोने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है और इससे ’श्री’ (समृद्धि) चली जाती है। यह केवल आकर्षण ही नहीं अपितु श्री सम्पन्नता का प्रतीक भी है।
इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति सोना खो देता है तो उसका केतु राहु और शनि के साथ प्रतिकूल स्थिति में माना जाता है, जिससे कई तरह की आर्थिक समस्याएं झेलनी पड़ती है।
बृहस्पति ग्रह से संबंध
वैदिक ज्योतिष में, सोने को बृहस्पति ग्रह से जोड़ा जाता है, जो समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा होता है। सोना खोना बृहस्पति के कमज़ोर प्रभाव के संकेत के रूप में समझा जा सकता है। वहीं, कुछ धार्मिक परंपराएं सोने के खोने को एक बुरा शगुन मानती हैं, जो जीवन में संभावित चुनौतियों या असफलताओं का संकेत देता है।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।