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Gyan Ki Baat : प्रेगनेंसी में मेहंदी लगाने से क्यों मना करती हैं दादी-नानी? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Gyan Ki Baat : प्रेगनेंसी में मेहंदी लगाने से क्यों मना करती हैं दादी-नानी? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
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चंडीगढ़ , 19 जनवरी (ट्रिन्यू)

Gyan Ki Baat : मेहंदी महिलाओं के 16 श्रृगांर का अहम हिस्सा है इसलिए किसी भी तीज-त्यौहार या शादी-ब्याज के मौके पर महिलाएं हाथों-पैरों पर मेहंदी जरूर लगवाती हैं। हालांकि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को मेहंदी लगाने से मना किया जाता है। अक्सर आपने भी बड़े-बुजुर्ग या दादी-नानी को गर्भवती महिलाओं को कहते हुए सुना होगा कि इस हालत में मेहंदी मत लगवाओ।

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गर्भावस्था के दौरान मेहंदी का इस्तेमाल करने के मामले में क्या सुरक्षित है और क्या नहीं और इसे इस्तेमाल करने से पहले क्या सावधानियां बरतनी चाहिए... आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे।

क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र?

ज्योतिषाशास्त्र के अनुसार, महिलाओं को किसी भी शुभ मौके पर मेहंदी लगवाने के लिए कहा जाता है लेकिन प्रेगनेंसी में मेहंदी लगाने की मनाही होती है। दरअसल, मेहंदी शुक्र ग्रह से संबंधित होती है, जो खुशी, प्रेम और सुंदरता का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रेगनेंसी की दौरान महिलाओं पर ग्रहों का प्रभाव जल्दी पड़ता है इसलिए उन्हें मेहंदी ना लगाने की सलाह दी जाती है।

क्या कहता है विज्ञान?

हालांकि हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो गर्भावस्था में महिलाएं मेहंदी लगा सकती है लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि उसमें किसी तरह का केमिकल ना हो। केमिकल वाली मेहंदी सिर्फ त्वचा को ही नुकसान नहीं पहुंचाती बल्कि इससे गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान हो सकता है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि इस अवस्था मेहंदी रात में ना लगाएं। दरअसल, मेहंदी की तासीर ठंडी होती है। ऐसे में रात के समय मेहंदी लगाने से गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंच सकता है।

प्रेगनेंसी में लगाएं किस तरह की मेहंदी?

मेहंदी के पौधे से प्राप्त प्राकृतिक मेहंदी, जिसमें कोई रसायन नहीं मिलाया जाता है, बालों को रंगने या त्वचा पर लगाने के लिए सुरक्षित है। इस तरह की मेहंदी भूरे रंग की होती है और गर्भावस्था के दौरान इसे अक्सर रासायनिक हेयर डाई के विकल्प के रूप में सुझाया जाता है। इस दौरान काली मेंहदी और ऐसी मेंहदी से बचना सबसे अच्छा है जिसमें रसायन या रंग होते हैं।

डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।

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