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Dussehra 2025 : अयोध्या के मुस्लिम बहुल इलाके में छह दशकों से जारी है रामलीला की परंपरा

इसका पूरा खर्च उठाने के साथ ही निर्देशन और आयोजन भी मुस्लिमों द्वारा किया जाता है

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Dussehra 2025 : अयोध्या के मुस्लिम बहुल इलाके मुमताज नगर में स्थानीय मुस्लिमों द्वारा पिछले 62 वर्षों से रामलीला के आयोजन की परंपरा अनवरत जारी है। करीब 1,000 लोगों की आबादी वाले इस इलाके में 700 से अधिक मुस्लिम हैं।

इस इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय मुस्लिम समुदाय द्वारा गठित ‘रामलीला रामायण समिति' के बैनर तले 1963 से रामलीला का आयोजन किया जाता रहा है। हर साल, लगातार 10 दिनों तक मुस्लिम कलाकारों द्वारा रामायण के विभिन्न पात्रों के साथ रामलीला का मंचन किया जाता है। इसका पूरा खर्च उठाने के साथ ही निर्देशन और आयोजन भी मुस्लिमों द्वारा किया जाता है। हालांकि, इस वर्ष कुछ अपरिहार्य कारणों से रामलीला का मंचन केवल सात दिनों- 27 सितंबर से तीन अक्टूबर तक किया जा रहा है।

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रामलीला समिति के अध्यक्ष सैयद मजीद अली ने कहा कि यहां रामलीला में मुस्लिम युवक, हिंदू कलाकारों के साथ प्रस्तुति देते हैं। भले ही रामायण के पात्र का अभिनय करने वाले मुस्लिम इस्लाम के मानने वाले हैं, वे हमारे हिंदू भाइयों की सांस्कृतिक परंपराओं में हिस्सा लेने से कभी नहीं हिचकिचाते। मुमताज नगर के निवासी और इस समिति के लंबे समय से सदस्य रहे बनवारी लाल ने कहा कि यह परंपरा आस्था से जुड़ी है और मुस्लिम समुदाय इस आयोजन की पूरी जिम्मेदारी लेता है।

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आयोजन समिति के एक अन्य सदस्य मोहम्मद इब्राहिम ने कहा कि मुमताज नगर एक मुस्लिम बहुल गांव है और हम सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने वाली परंपरा को बचाए रखना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। उन्होंने कहा कि हर साल जब हम रामलीला का आयोजन करते हैं, हमें सेवा और एकता का एक अनूठा एहसास होता है।

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