Dadi-Nani Ki Baatein : सावन महीना चल रहा है बाल मत कटवाओ... ऐसा क्यों कहती है दादी-नानी?
Dadi-Nani Ki Baatein : भारत में सावन का महीना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस दौरान भगवान शिव की उपासना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान भगवान शिव पृथ्वी पर वास करते हैं। भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन महीने में आने वाले सोमवार के दिन व्रत, पूजा-अर्चना आदि भी करते हैं।
हालांकि सावन महीने के दौरान बहुत से नियम आदि का भी पालन किया जाता है जैसे इस दौरान मांस-मछली का सेवन ना करना आदि। वहीं, इश दौरान बाल, दाढ़ी-मूछ आदि कटवाने की भी मनाही होती है। आपने भी अक्सर दादी-नानी को कहते हुए सुना होगा कि सावन महीने में बाल नहीं कटवाने चाहिए। चलिए आपको बताते है कि ऐसा क्यों है...
सावन महीने में क्यों नहीं कटवाने चाहिए बाल?
सावन का महीना शिवभक्ति का समय होता है। इस महीने में शिवभक्त व्रत-उपवास आदि करते हैं और आत्मशुद्धि पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र महीने में शरीर के किसी भी अंग जैसे बाल, नाखून आदि को काटने की मनाही होती है, क्योंकि यह शरीर के प्रति अनादर माना जाता है।
दादी-नानी की मान्यता होती है कि जब आप ईश्वर की भक्ति में लीन हों, तब शरीर को सजाने-संवारने की बजाए उसे संयम और तपस्या के माध्यम से साधना चाहिए। बाल कटवाना या शेविंग करना एक प्रकार से "सौंदर्य पर ध्यान देना" है, जो तपस्या और साधना के मार्ग में बाधा बन सकता है।
ग्रह दोष
कुछ लोगों का मानना है कि सावन में बाल और दाढ़ी कटवाने से ग्रह दोष लग सकता है, इसलिए बड़े-बुजुर्ग इस महीने में बाल कटवाने के लिए मना करते हैं।
बाल कटवाना होता है अशुभ
सदियों से चली आ रही मान्यताओं के अनुसार, श्रावण मास में बाल कटवाना या दाढ़ी बनवाना 'अशुभ' माना जाता है। हालांकि आजकल लोग इन मान्यताओं को ना मानते हुए बाल आदि कटवा लेते हैं।
क्या कहता है विज्ञान?
मानसून के दौरान वातावरण में नमी के कारण संक्रमण का खतरा अधिक होता है। इस दौरान फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण तेजी से फैलते हैं, खासकर नाई की दुकान या हेयर सैलून जैसी जगहों पर। अगर बाल काटने के औजार जैसे कैंची, रेजर, कंघी आदि को सही तरीके से सैनिटाइज न किया जाए तो स्किन-स्कैल्प इन्फेक्शन या अन्य बीमारियों का खतरा रहता है। यही वजह है कि इस दौरान बाल आदि कटवाने के लिए मना किया जाता है।