Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Bhai Dooj 2025: भाई-बहन के स्नेह का पर्व भाई दूज आज, जानें तिलक मुहूर्त और शुभ योग

Bhai Dooj 2025: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि भाई दूज मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक कर उनकी दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई बहनों को उपहार और आशीर्वाद देते...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
सांकेतिक फाइल फोटो।
Advertisement

Bhai Dooj 2025: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि भाई दूज मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक कर उनकी दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई बहनों को उपहार और आशीर्वाद देते हैं। इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है, क्योंकि इसी दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए थे, जहां उनका आदर-सत्कार हुआ था। इसी से इस पर्व की परंपरा की शुरुआत हुई।

पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि 22 अक्टूबर 2025 को रात 8:16 बजे प्रारंभ हो चुकी है, जो 23 अक्टूबर को रात 10:47 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के आधार पर भाई दूज 23 अक्टूबर (गुरुवार) को है। इस बार भाई दूज पर तीन शुभ योग बन रहे हैं — आयुष्मान योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग।

Advertisement

तिलक का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:13 बजे से 3:28 बजे तक रहेगा। इसी समय बहनें भाइयों को तिलक लगाकर उनके मंगल और दीर्घायु की प्रार्थना करेंगी। इस दिन का अभिजीत मुहूर्त 11:43 से 12:28 बजे तक और अमृत काल शाम 6:57 से 8:45 बजे तक रहेगा। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन बहन के घर जाकर तिलक कराने वाले भाई को यम का भय नहीं रहता और उसका जीवन सुख-समृद्धि से भर जाता है।

Advertisement

Panchang 23 October 2025: राष्ट्रीय मिति कार्तिक 01, शक संवत् 1947

विक्रम संवत् 2082

मास कार्तिक

पक्ष शुक्ल पक्ष

तिथि द्वितीया (रात्रि 10:47 बजे तक), उपरांत तृतीया आरंभ

वार बृहस्पतिवार

सौर मास कार्तिक (प्रविष्टे 07)

अंग्रेज़ी तिथि 23 अक्टूबर 2025 ई०

सूर्य स्थिति दक्षिणायण

गोल दक्षिण गोल

ऋतु शरद ऋतु

राहुकाल मध्याह्न 01:30 बजे से अपराह्न 03:00 बजे तक

नक्षत्र विशाखा (अर्धरात्रोत्तर 04:51 बजे तक), उपरांत अनुराधा

योग आयुष्मान (अर्धरात्रोत्तर 04:50 बजे तक), उपरांत सौभाग्य

करण बालव (प्रातः 09:21 बजे तक), उपरांत तैतिल

विजय मुहूर्त दोपहर 01:58 बजे से 02:43 बजे तक

निशीथ काल रात्रि 11:40 बजे से 12:31 बजे तक

गोधूलि बेला शाम 05:43 बजे से 06:09 बजे तक

चंद्र राशि वृश्चिक

विशेष पर्व भाई दूज

डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।

Advertisement
×