Panchang 6 September 2025: अनंत चतुर्दशी आज, घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि के लिए करें ये काम
Anant Chaturdashi 2025: भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। आज के दिन भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक मान्यता है कि इस दिन लक्ष्मी-नारायण की पूजा करने से घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। अनंत चतुर्दशी पर चौदह गांठों वाला पीले धागे का अनंत सूत्र बांधने की परंपरा है, जो जीवन में बाधाओं को दूर करने और सौभाग्य बढ़ाने का प्रतीक माना जाता है। इस दिन व्रत कथा पढ़ना और अनंत भगवान का नाम स्मरण करना अत्यंत पुण्यकारी माना गया है।
अनंत चतुर्दशी का संबंध केवल विष्णु भक्ति से ही नहीं, बल्कि गणपति उत्सव से भी जुड़ा है। दस दिनों तक गणेश पूजा करने के बाद इस दिन गणपति बप्पा का विसर्जन किया जाता है। भक्त भाव-विभोर होकर बप्पा को विदाई देते हैं और अगले वर्ष पुनः आगमन की कामना करते हैं।
Panchang 6 September 2025: राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 15, शक संवत 1947
विक्रम संवत 2082
माह भाद्रपद, शुक्ल पक्ष
तिथि चतुर्दशी, शनिवार
सौर मास प्रविष्टि भाद्रपद मास प्रविष्टे 22
अंग्रेज़ी तारीख 06 सितंबर 2025 ई॰
सूर्य स्थिति दक्षिणायन, उत्तर गोल
ऋतु शरद ऋतु
राहुकाल प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक
चतुर्दशी तिथि समाप्ति अर्धरात्रोत्तर 01:41, उपरांत पूर्णिमा तिथि
नक्षत्र घनिष्ठा (10:56 रात्रि तक), उपरांत शतभिषा
योग अतिगण्ड (11:51 पूर्वाह्न तक), उपरांत सुकर्मा
करण गर (02:32 अपराह्न तक), उपरांत विष्टि
विजय मुहूर्त दोपहर 02:25 – 03:15
निशीथ काल रात्रि 11:57 – 12:42
गोधूलि बेला सायं 06:37 – 07:00
चन्द्रमा 11:21 पूर्वाह्न तक मकर, उपरांत कुंभ
व्रत/त्योहार श्री अनन्त चतुर्दशी व्रत
पंचक आरंभ 11:21 पूर्वाह्न से
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।