इनेलो उम्मीदवार इंद्रजीत का कांग्रेसी जयतीर्थ को समर्थन
सोनीपत, 18 अक्तूबर (हप्र)
साेनीपत के राई से इनेलो उम्मीदवार इंद्रजीत दहिया (दाएं) शुक्रवार को कांग्रेस प्रत्याशी जयतीर्थ दहिया को समर्थन की घोषणा के बाद साथ-साथ। हप्र
सोनीपत जिले की हॉट सीट राई पर शुक्रवार को बड़ा उलटफेर हो गया। यहां से इनेलो उम्मीदवार इंद्रजीत दहिया ने अपनी उम्मीदवारी छोड़ते हुए कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं उम्मीदवार जयतीर्थ दहिया को समर्थन की घोषणा कर दी। दोनों नेताओं ने अपने पैतृक गांव नाहरी में सभा के दौरान इसका ऐलान किया। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में इंद्रजीत कांग्रेस उम्मीदवार जयतीर्थ दहिया से 3 वोट से हार गए थे। इस नए घटनाक्रम से हलके में कांग्रेस को फायदा मिलने के आसार हैं, दहिया गोत्र के 8 गांव हलके में आते हैं। इधर, इनेलो ने इस घटनाक्रम पर कड़ा ऐतराज जाहिर करते हुए इसे पार्टी के साथ धोखा बताया है। इनेलो का आरोप है कि इंद्रजीत दहिया ने पैसे लेकर सीट छोड़ी है।
गौरतलब है कि वर्ष 2014 के चुनाव में हार के बाद इंद्रजीत दहिया ने जयतीर्थ दहिया के पक्ष में बोगस वोट डालने का आरोप लगाया था। उन्होंने हाईकोर्ट में जयतीर्थ दहिया के चुनाव को निरस्त करने और उन्हें (इंद्रजीत दहिया) को विधायक घोषित करने की मांग की थी। इस मामले में वर्ष 2019 के िवधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से ठीक पहले हाईकोर्ट ने इंद्रजीत दहिया के पक्ष में फैसला सुनाते हुए विधायक जयतीर्थ दहिया के चुनाव को निरस्त कर दिया था, लेकिन कोई फैसला नहीं सुनाया था। मालूम हो जयतीर्थ दहिया ने भी इंद्रजीत पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए अपील दायर की थी। हालांकि हाईकोर्ट के फैसले से पहले ही जयतीर्थ दहिया ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
इनेलो के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र छिक्कारा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि इंद्रजीत ने जयतीर्थ दहिया के साथ साठगांठ की है। वे पार्टी सुप्रीमो से मांग करेंगे कि इंद्रजीत दहिया को तुरंत प्रभाव से पार्टी की सदस्यता से निलंबित किया जाए। वहीं, इस बारे में इंद्रजीत दहिया का कहना है कि वे भाईचारे की मिसाल पेश करने के लिए मैदान से हटे हैं और जयतीर्थ दहिया का समर्थन किया है।