सौरभ व गुरुसाइदत्त क्वार्टरफाइनल में, कश्यप हारे
भारत के सौरभ वर्मा पुरुषों के एकल बैडमिंटन मुकाबले में जापान के केनिची टेगो के खिलाफ शॉट जमाते हुए। - प्रेट्र
नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा)। जाइंट किलर सौरभ वर्मा ने अपना जानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए आज यहां सातवें वरीय जापान के केनिची टेगो को हराकर इंडियन ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन के पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया जबकि भारत के शीर्ष पुरुष खिलाड़ी पी कश्यप को शिकस्त का सामना करना पड़ा।
क्वालीफायर सौरभ ने यहां सिरी फोर्ट खेल परिसर मे चल रही दो लाख डालर इनामी प्रतियोगिता में दुनिया के 25वें नंबर के खिलाड़ी केनिची को तीन गेम तक चले दूसरे दौर के मैच में 21-19, 18-21, 21-11 से हराया। इस भारतीय खिलाड़ी के लिए आगे की राह हालांकि काफी मुश्किल होने वाली है क्योंकि अंतिम आठ के मुकाबले में उन्हें दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई का सामना करना है जिन्होंने कोरिया के ली ह्युन इल को दूसरे दौर में 21-13, 21-7 से हराया। सौरव के अलावा आरएमवी गुरुसाइदत्त भी अपने सफर को अंतिम आठ तक पहुंचाने में सफल रहे। उन्होंने बेल्जियम के युहान टेन को 21-13, 14-21, 21-13 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। उन्हें सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए आठवें वरीय हांगकांग के ह्यू युन का सामना करना है जिन्होंने दूसरे दौर मे अपने हमवतन चेन एन किट को 21-16, 21-14 से मात दी।
कश्यप ने हालांकि मायूस किया जब वह कड़े मुकाबले में दूसरे वरीय इंडोनेशिया के तौफीक हिदायत से सीधे गेम में 39 मिनट में 21-17, 21-19 से हार गए।
एकल वर्ग में भारतीय उम्मीदों का दारोमदार अब सौरभ और गुरुसाइदत्त के कंधे पर है। इससे पहले कल महिला एकल में भारतीय अभियान पहले दौर में ही थम गया था जब शीर्ष वरीय साइना नेहवाल सहित उसकी सभी पांच खिलाड़ी अपने शुरूआती मुकाबलों में ही हार गई थीं।
भारत को दिन की पहली सफलता दुनिया के 218 नंबर के खिलाड़ी सौरभ ने दिलाई जिन्होंने अपने से कहीं बेहतर रैंकिंग वाले केनिची को हावी होने का कोई मौका नहीं दिया।
पिछले साल आल इंग्लैंड के फाइनल में जगह बनाने वाले केनिची ने पहले गेम में अधिकतर समय बढ़त बनाए रखी लेकिन सौरभ ने 16-16 के स्कोर पर बराबरी हासिल कर ली। उन्होंने नेट पर बेहतर खेल दिखाते हुए स्कोर 19-16 किया लेकिन जापानी खिलाड़ी ने 19-19 के स्कोर पर बराबरी हासिल की। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि धैर्य बरकरार रखते हुए पहला गेम जीत लिया।
कल पहले दौर में इंडोनेशिया के सोनी ड्वी कुनकोरो को हराकर उलटफेर करने वाले सौरभ ने दूसरे गेम में बेहतर खेल दिखाया। सौरभ एक समय 16-13 से आगे चल रहे थे लेकिन इसके बाद उन्होंने लय खो दी और केनिची ने लगातार सात अंक जीतकर 20-16 की बढ़त बना ली और दूसरा गेम आसानी से जीत लिया।
तीसरे गेम में सौरभ शुरू से ही हावी रहे। उन्होंने 6-0 की बढ़त बनाने के बाद स्कोर 15-11 किया और फिर लगातार छह अंक जीतकर गेम और मैच अपने कब्जे में किया।
सौरभ ने मैच के बाद कहा, ”मैं कल के मैच के बाद थोड़ा थका हुआ था इसलिए आज स्मैश में उूर्जा खराब करने की जगह मैंने अधिक ड्राप शाट खेले। कल के मैच से हालांकि मेरा आत्मविश्वास बढ़ा हुआ था और मुझे भरोसा था कि मैं किसी को भी हरा सकता हूं।”
गुरुसाइदत्त को अपने विरोधी के खिलाफ अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी। भारतीय खिलाड़ी ने नेट पर बेहतर खेल दिखाया लेकिन युहान के स्मैश अधिक दमदार थे।
गुरुसाइदत्त ने पहले गेम में 15-13 की बढ़त बनाने के बाद लगातार छह अंक जुटाकर 1-0 की बढ़त बनाई। बेल्जियम के खिलाड़ी ने हालांकि वापसी करते हुए अगला गेम जीत लिया। तीसरे और निर्णायक गेम में भारतीय खिलाड़ी ने शुरू में ही 10 -1 की बढ़त हासिल कर ली और फिर इसे अंत तक बरकरार रखते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
गुरुसाइदत्त ने हालांकि स्वीकार किया कि मैच के दौरान वह थोड़े धीमे थे। उन्होंने कहा, ‘मैच अच्छा रहा। मुझे मूवमेंट में थोड़ी दिक्कत हो रही थी। सुबह तक सब कुछ ठीक था लेकिन मैच के दौरान थोड़ी परेशानी हुई। युहान ने नेट पर अच्छा खेल दिखाया लेकिन मैं उसे पीछे धकेलने में सफल रहा। तीसरे गेम में 10-। की बढ़त से काफी मदद मिली और मेरा काम आसान हो गया।’
इस भारतीय खिलाड़ी ने दूसरी बार किसी सुपर सीरीज टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले वह 2009 में डेनमार्क ओपन के अंतिम आठ में भी पहुंचे थे।
दूसरी तरफ कश्यप को तौफीक के खिलाफ काफी परेशानी हुई। इंडोनेशिया खिलाड़ी के स्मैश काफी दमदार थे जबकि उन्होंने नेट पर भी काफी अच्छा खेल दिखाया।
पूर्व ओलंपिक और विश्व चैम्पियन तौफीक ने पहले गेम में 16-11 की बढ़त बनाने के बाद इसे आसानी से जीत लिया। दूसरे गेम में हालांकि कड़ा मुकाबला देखने को मिला। तौफीक ने 15-9 की बढ़त बनाई लेकिन कश्यप ने स्कोर 17-18 तक पहुंचा दिया। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि मैच प्वाइंट पर अपनी सर्विस नेट में उलझाकर विरोधी खिलाड़ी को अंक तोहफे में दे दिया।
कश्यप ने मैच के बाद स्वीकार किया कि उन्होंने काफी गलतियां की। उन्होंने कहा, ”वह :तौफीक: काफी तेज था। उसके स्मैश दमदार थे जबकि नेट पर भी उसने अच्छा खेल दिखाया। मैंने काफी गलतियां भी की जिसका खामियाजा मुझे भुगतना पड़ा।”
तौफीक ने भी विरोधी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘यह मैच बिलकुल भी आसान नहीं था। मैं भाग्यशाली रहा कि उसने मैच प्वाइंट पर सर्विस नेट पर मार दी। वह काफी अच्छा खिलाड़ी है लेकिन आज उसने काफी गलतियां की।’