अपेक्षाओं के बोझ का प्रदर्शन पर असर नहीं : नारंग
ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट द्वारा नयी दिल्ली में सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते शीर्ष निशानेबाज गगन नारंग व अभिनेत्री दीपिका पादुकोण । - प्रेट
नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा)। लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय निशानेबाज गगन नारंग को बखूबी अहसास है कि पूरे देश को उनसे पदक की आस है, लेकिन अपेक्षाओं के इस बोझ से वह विचलित नहीं हैं।
नारंग ने कहा, ‘पदक का दावेदार होने का दबाव मुझे परेशान नहीं करता। यह मेरा तीसरा ओलंपिक है और मेरी तैयारी बेहतर है। मुझे पता है कि हर ओलंपिक बहुत बड़ी चुनौती होता है जिसमें अपेक्षाओं का भारी दबाव होता है।’
उन्होंने मीडिया से खिलाडिय़ों पर अनावश्यक दबाव नहीं बनाने की अपील करते हुए कहा, ‘ओलंपिक से पहले तीन साल कोई खिलाडिय़ों की सुध नहीं लेता और आखिरी साल में मीडिया अचानक सवाल दागने लगता है कि पदक जीतने की क्या उम्मीदें हैं जबकि क्रिकेटरों के साथ ऐसा नहीं होता। हम मीडिया का दबाव झेलने के आदी नहीं है लिहाजा इस तरह का दबाव ना बने तो अच्छा होगा।’
सरकार और ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट से मिल रहे सहयोग की सराहना करते हुए इस साल के राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त निशानेबाज ने कहा , ‘राष्ट्रमंडल खेलों से लेकर अब तक सरकार ने काफी शिविरों का आयोजन किया है। इसके साथ ही ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट का भी पूरा सहयोग मिल रहा है जिससे लंदन ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें बंधी है।’
खेल रत्न पुरस्कार को प्रेरणास्रोत बताते हुए राष्ट्रमंडल खेलों में चार स्वर्ण पदक जीतने वाले नारंग ने कहा , ‘हर खिलाड़ी का सपना होता है कि उसे यह पुरस्कार मिले। निश्चित तौर पर मेरे लिए यह प्रेरणा का काम करेगा।’
नारंग ने लंदन ओलंपिक में निशानेबाजों से अपेक्षाओं के बारे में कहा कि भारतीय निशानेबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा , ‘यह बहुत अच्छी बात है कि अभी तक आठ भारतीय निशानेबाजों ने लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। हमें आखिरी क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।