नयी दिल्ली (एजेंसी) : बीएसएफ ने अपने उस डॉक्टर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया है जिसने 160 किलोग्राम वजनी एक जवान को शारीरिक फिटेनस पाठ्यक्रम के लिए फिट घोषित किया था, जिसके दौरान उसकी मौत हो गई। जोधपुर के बीएसएफ प्रशिक्षण केंद्र में 17 जुलाई को 45 वर्षीय कॉन्स्टेबल विनोद सिंह की अपनी बैरक के पास मौत हो गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘एक डॉक्टर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दे दिया गया है।’ उन्होंने कहा, ‘जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया जारी है।’
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।