चंडीगढ़, 23 सितंबर (ट्रिन्यू)
प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा पिछले 2 दिनों से चंडीगढ़ में थे। अपने चंडीगढ़ प्रवास के दौरान उन्होंने सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। पार्टी के कई विधायकों व नेताओं ने भी रामबिलास के साथ विचार-विमर्श किया।
बुधवार सुबह उन्होंने सीएम आवास पर मुख्यमंत्री के साथ ब्रेकफास्ट किया। इस दौरान पार्टी संगठन और प्रदेश के राजनीतिक हालात पर मंथन किया। करीब घंटाभर चली इस वार्ता के दौरान भाजपा-जजपा गठबंधन से जुड़े राजनीतिक पहलुओं पर दोनों नेताओं ने सलाह-मशवरा किया।
रामबिलास शर्मा ने कपास की फसल के खराबे पर स्पेशल गिरदावरी के आदेश देने के लिए सीएम का धन्यवाद भी किया। साथ ही, दक्षिण हरियाणा में इस बार बाजरे की खरीद को लेकर चर्चा की। सीएम ने आश्वस्त किया कि सरकार किसानों की बाजरे की फसल का दाना-दाना खरीदेगी। दोनों नेताओं के बीच आईएमटी (आधुनिक औद्योगिक टाउनशिप) खुर्डना को लेकर भी बात हुई।
वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की बुधवार को सीएम के साथ लगभग 4 घंटे बैठक चली। इस दौरान संगठन महामंत्री सुरेश भट्ठ मौजूद रहे। बैठक संगठनात्मक फैसलों तथा सरकार में बोर्ड-निगमों में राजनीतिक लोगों की एडजस्टमेंट को लेकर हुई। धनखड़ के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद जिलाध्यक्ष तो घोषित हो चुके हैं लेकिन प्रदेश कार्यकारिणी, जिला महामंत्रियों के अलावा मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के पदाधिकारी नियुक्त होने हैं। सूत्रों का कहना है कि संगठनात्मक विस्तार में एडजस्ट होने वाले नेताओं की सूची को तीनों नेता मिलकर लगभग अंतिम रूप दे चुके हैं। अब 26 सितंबर को दोनों नेता सीएम व प्रदेशाध्यक्ष नयी दिल्ली में रहेंगे। इस दौरान केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत करके संगठन विस्तार को मूर्त रूप दिया जा सकता है। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पर दोनों पार्टियों के विधायकों व नेताओं का राजनीतिक एडजस्टमेंट को लेकर दबाव भी लगातार बढ़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि अगर किसी तरह की अड़चन नहीं आई तो बरोदा उपचुनाव से पहले बोर्ड-निगमों में कुछ नेताओं की ताजपोशी हो सकती है। इसमें बरोदा व गोहाना से जुड़े कुछ नेताओं की लॉटरी लगे। सीएम और प्रदेशाध्यक्ष के बीच केंद्र सरकार के कृषि से जुड़े तीन नये कानूनों को लेकर भी चर्चा हुई। पार्टी ने मंत्रियों-विधायकों व सांसदों के अलावा पूर्व मंत्रियों को भी लोगों के बीच भेजने का मन बनाया है। किसानों को इन कानूनों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
धनखड़ ने कहा कि कि फसल एमएसपी से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है। पार्टी चाहती है कि किसानों की आमदनी बढ़े, इसी कारण वे अपने अनाज व उत्पादों को खुले बाजार में बेच सकेंगे। धनखड़ ने कहा कि विपक्ष बेवजह किसानों को गुमराह कर रहा है।