जम्मू, 21 नवंबर (हप्र/ एजेंसी)
पाकिस्तानी बलों ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा पर स्थित 2 सेक्टरों में अग्रिम चौकियों और गांवों को निशाना बनाकर गोलीबारी की। इसमें सेना का एक हवलदार शहीद हो गया। भारतीय सेना ने गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया।
अधिकारियों ने बताया कि राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर के लाम इलाके में सीमा पार से शुक्रवार देर रात करीब एक बजे हुई गोलीबारी में अग्रिम चौकी पर तैनात हलवदार पाटिल संग्राम शिवाजी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में उनकी मौत हो गयी। एक अन्य सैनिक घायल हुआ है और उसका सेना के अस्पताल में उपचार चल रहा है।
पाकिस्तानी रेंजरों ने कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में भी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट बिना उकसावे के गोलीबारी की। सतपाल, मानयारी, लडवाल और करोल कृष्ण सीमा चौकी इलाकों में पाकिस्तान की ओर से शुक्रवार रात 10 बजे के आसपास गोलीबारी शुरू हुई, जिसका सीमा सुरक्षा बल ने मुंहतोड़ जवाब दिया। सीमा पार से गोलीबारी शनिवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे तक जारी रही।
जानकारी के अनुसार जवाबी कार्रवाई में कई पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया गया है। सेना का कहना है कि पाकिस्तान की यह गोलाबारी आतंकवादियों की घुसपैठ के इरादे से की गयी। गांववालों को सतर्क कर दिया गया है। किसी भी संदिग्ध के देखे जाने पर तुरंत सेना या पुलिस को सूचित करने को कहा गया है।
जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग और अन्य अधिकारियों ने शहीद जवान को सलाम किया और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं जताईं। सेना की ओर से जारी वक्तव्य में रक्षा प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर के निगावे गांव के निवासी हवलदार शिवाजी साहसी, उत्साही और निष्ठावान सैनिक थे। उन्होंने कहा, ‘उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए राष्ट्र सदैव उनका आभारी रहेगा।’
जैश के 2 आतंकवादी गिरफ्तार
श्रीनगर (एजेंसी) : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 2 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि वागड़ त्राल के बिलाल अहमद चोपन और चतलम पंपोर के मुरसलीन बशीर शेख को गिरफ्तार किया गया है। जांच के अनुसार वे आतंकवादियों को हथियार, गोला-बारूद और आश्रय मुहैया
कराते थे।
हमले की साजिश : राजनयिक तलब
नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को शनिवार को तलब किया और जम्मू-कश्मीर में स्थानीय चुनावों से पहले आतंकी हमलों की कोशिशों को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया। नगरोटा घटना का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री का बड़ा जखीरा बरामद होना इस बात की ओर संकेत करता है कि जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा के माहौल को बिगाड़ने के उद्देश्य से एक बड़े हमले के लिए व्यापक साजिश की गयी थी।