इंदौर, 21 जून (एजेंसी)
योग को लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के ट्वीट पर निशाना साधते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को कहा कि छुटभैये नेताओं के बयान से योग की महानता खत्म नहीं होती। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सिंघवी ने ट्वीट किया, ‘ॐ के उच्चारण से न तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और न अल्लाह कहने से योग की शक्ति कम होगी।’ इस ट्वीट पर विजयवर्गीय ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र में किए गए आह्वान के बाद आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पूरी दुनिया मना रही है, इसलिए कुछ छुटभैये नेता अगर कोई ट्वीट कर भी दें, तो इससे योग की महानता खत्म नहीं होती। उन्होंने कहा कि कुछ विषयों पर राजनीति के माध्यम से संकुचित मानसिकता का प्रदर्शन किया जाना उचित नहीं है।
उधर, सिंघवी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि योग को मजहब की नजर से देखने वाली कांग्रेस यही साबित कर रही है कि वह आज भी तुष्टीकरण की राजनीति में संलिप्त है। भाजपा और कई सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आने के बाद सिंघवी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘श्रीराम के नाम पर करोड़ों भक्तों के चंदे की लूट मचाने वाले लोग मेरी आस्था पर सवाल उठा अपनी झेंप मिटा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जान लें कि योग सनातन समय से भारत के कण-कण में है। न तो योग की विद्या को और न ही मेरी आस्था को किसी धूर्त राष्ट्रवादी के सर्टिफ़िकेट की जरूरत है। दुष्प्रचार से बचें।’
ये कहा था सिंघवी ने
ॐ के उच्चारण से न तो योग ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगा और न अल्लाह कहने से योग की शक्ति कम होगी।
– अभिषेक मनु सिंघवी, कांग्रेस नेता
विजयवर्गीय का पटलवार
छुटभैयाें के ट्वीट करने से योग की महानता खत्म नहीं होती। कुछ विषयों पर संकुचित मानसिकता प्रदर्शन करना उचित नहीं है।
-कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा नेता
अपनों ने भी की खिंचाई
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सिंघवी की टिप्पणी को लेकर परोक्ष रूप से उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘धर्म ग्रंथों के अनुसार ॐ को नाद ब्रह्म कहा गया है, ॐ के बिना सनातन धर्म की कल्पना करना भी व्यर्थ है, क्योंकि ॐ मात्र एक शब्द नहीं, बल्कि इस चर-अचर जगत का आधार स्पंदन है। इसलिये अज्ञानता वश ॐ पर टिप्पणी करना कदापि उचित नहीं है।’