बीजिंग, 1 जुलाई (एजेंसी)
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बृहस्पतिवार को सत्तारूढ़ ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ (सीपीसी) की 100वीं वर्षगांठ के मौके पर देश की रक्षा के लिए एक मजबूत सेना बनाने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि चीन के लोग किसी भी विदेशी ताकत को ‘उन्हें धमकाने, उत्पीड़ित करने या अपने अधीन करने’ की अनुमति कभी नहीं देंगे। ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ की 100वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित सामरोह को थ्येन आन मन चौक की बॉलकनी से संबोधित किया। यहां सीपीसी के संस्थापक माओ त्से तुंग की एक विशाल तस्वीर भी लगी थी। इस दौरान शी ने यह भी कहा कि ताइवान को चीन की मुख्य भूमि के साथ जोड़ना सत्ताधारी पार्टी का एक ऐतिहासिक लक्ष्य है। शी ने स्पष्ट रूप से अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी भी ‘‘विदेशी ताकत” को चीन को परेशान नहीं करने दिया जाएगा।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन दोनों ने चीन के खिलाफ कड़ी नीति अपनाई है। व्यापार से लेकर मानवाधिकारों के मुद्दे तक और कोविड-19 के चीन के शहर वुहान में पहली बार सामने आने का दावा करने तक अमेरिका ने कई मामलों पर चीन को निशाना बनाया है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने 68 वर्षीय शी के हवाले से कहा, ‘‘ चीन के लोग किसी भी विदेशी ताकत को उन्हें धमकाने, उत्पीड़ित करने या अपने अधीन करने की अनुमति कभी नहीं देंगे। ऐसा करने की कोशिश करने वाले किसी को भी 1.4 अरब से अधिक चीनी लोगों की विशाल दीवार से टकराना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमने कभी किसी अन्य देश के लोगों को परेशान, उत्पीड़ित या अपने अधीन नहीं किया है और ना ही हम कभी ऐसा करेंगे।’
स्कूली बच्चों के अलावा पार्टी के कायर्कर्ता, सैन्य अधिकारियों सहित 70 हजार से अधिक लोग उनके भाषण के दौरान पूरे जोश से उनका समर्थन करते दिखे। समारोह की शुरुआत हेलीकॉप्टरों और नवीनतम लड़ाकू विमानों द्वारा ‘फ्लाईपास्ट’ के साथ हुई। ‘फ्लाईपास्ट’ में लगभग 71 विमानों ने भाग लिया, जिसमें चीन के सबसे उन्नत ‘जे-20 स्टील्थ’ लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, लड़ाकू विमान ‘ट्रेनर’ और अन्य शामिल थे। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया था।
माओ त्से तुंग ने एक जुलाई 1921 को सीपीसी की स्थापना की थी और बृहस्पतिवार को इसके अस्तित्व में आए 100 वर्ष पूरे हो गए। 1949 में ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना’ (पीआरसी) के गठन के बाद से ही यह सत्ता में है। चीन के लिए सीपीसी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शी ने कहा कि इसे चीन के लोगों से अलग करने का कोई भी प्रयास ‘‘असफल ही होगा।” उन्होंने कहा, ‘‘ पार्टी के 9.5 करोड़ से अधिक सदस्य और चीन के 1.4 अरब से अधिक लोग ऐसा कभी नहीं होने देंगे।”