संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा, 18 अक्तूबर (एजेंसी) विश्व स्वास्थ्य संगठन का तकनीकी सलाहकार समूह भारत में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल किए जा रहे कोवैक्सीन टीके को आपत इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध करने पर विचार करने के मकसद से 26 अक्टूबर को बैठक करेगा। वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने यह जानकारी दी। कोवैक्सीन का निर्माण करने वाली कंपनी ‘भारत बायोटेक’ ने इस टीके के लिए 19 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन को ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) सौंपा था। स्वामीनाथन ने रविवार को ट्वीट किया कि कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध करने पर विचार करने के मकसद से तकनीकी सलाहकार समूह 26 अक्तूबर को बैठक करेगा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘डब्ल्यूएचओ दस्तावेजों को पूरा करने के लिए भारत बायोटेक के साथ निकटता से मिलकर काम कर रहा है। हमारा लक्ष्य आपात इस्तेमाल के लिए स्वीकृत टीकों का एक व्यापक पोर्टफोलिया रखना और सब जगहों की आबादी तक इसकी पहुंच का विस्तार करना है।’ हाल में भारत बायोटेक ने कहा था कि उसने आपात इस्तेमाल के उद्देश्य से सूचीबद्ध करने के लिए डब्ल्यूएचओ को कोवैक्सीन से जुड़े सभी आंकड़ें दे दिए और वह वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी संस्थान से जवाब का इंतजार कर रही है। दुनियाभर में टीकों के सबसे बड़े उत्पादक भारत ने अपने देश की आबादी को टीके लगाने के लिए इनका निर्यात निलंबित कर दिया था। पिछले महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एलान किया कि भारत विदेशों में टीके की आपूर्ति बहाल करेगा।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।