वाशिंगटन में इस्राइली दूतावास के दो कर्मियों की हत्या
वाशिंगटन, 22 मई (एजेंसी)
अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में बुधवार रात एक यहूदी संग्रहालय के बाहर इस्राइली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया है कि हमलावर ‘फलस्तीन को आजाद करो’ के नारे लगा रहा था। इस्राइली विदेश मंत्री गिदोन सार ने मृतकों की पहचान यारोन लिशिंस्की और सारा मिलग्रिम के रूप में की। लिशिंस्की शोध सहायक थे और मिलग्रिम इस्राइल में यात्राओं और मिशनों का आयोजन करती थीं। घटना के बाद अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और वाशिंगटन डीसी की अटॉर्नी जीनिन पीरो मौके पर पहुंची और स्थित का जायजा लिया। मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्रमुख पामेला स्मिथ ने प्रेसवार्ता में बताया कि ‘कैपिटल यहूदी संग्रहालय’ में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दोनों कर्मचारी बाहर निकल रहे थे तभी संदिग्ध हमलावर वहां पहुंचा और उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। संदिग्ध की पहचान शिकागो निवासी एलियास रोड्रिग्ज (30) के रूप में हुई है। गोलीबारी के बाद वह संग्रहालय में गया जहां सुरक्षाकर्मियों ने उसे हिरासत में ले लिया।
एफबीआई के उप निदेशक डैन बोंगिनो ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा प्रारंभिक संकेतों से ऐसा लगता है कि यह लक्षित हिंसा का कृत्य है। अमेरिका में इस्राइल के राजदूत येचिएल लेइटर ने कहा कि मारे गए दोनों लोग शीघ्र सगाई करने वाले थे।
इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ये हत्याएं स्पष्ट रूप से यहूदी विरोधी भावना पर आधारित हैं, ये अब समाप्त होनी चाहिए। नफरत और कट्टरपंथ के लिए अमेरिका में कोई स्थान नहीं है।
वहीं, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से जारी बयान में कहा गया है हम यहूदी विरोधी भावना और इस्राइल के खिलाफ उकसावे की भयानक कीमत देख रहे हैं। इसका मुकाबला किया जाना चाहिए। इस्राइली राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने कहा कि वे वाशिंगटन में हुई घटना से ‘स्तब्ध’ हैं।
सग्रहालय ने एक बयान में कहा, ‘हमारी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रियजनों के साथ हैं। ‘ग्रेटर वाशिंगटन के यहूदी संघ’ के सीईओ गिल प्रेइस ने एक बयान में कहा कि वह गोलीबारी से भयभीत हैं और हमले में दो लोगों के मारे जाने से शोकाकुल हैं।