कोलीविले (अमेरिका), 17 जनवरी (एपी)
इंगलैंड में पुलिस ने रविवार को कहा कि उन्होंने अमेरिका के टेक्सास में एक उपासना स्थल में 10 घंटे तक चले गतिरोध के दौरान एक सशस्त्र ब्रिटिश नागरिक द्वारा चार लोगों को बंधक बनाकर रखने के मामले में दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है। ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने संदिग्धों के नाम नहीं बताए और यह जानकारी भी नहीं दी कि क्या उन पर आरोप लगाए गए हैं या नहीं। उन्होंने संदिग्धों की पहचान नाबालिगों के तौर पर की है, जिन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। डलास के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) की प्रवक्ता केटी चाउमोंट ने सभी सवाल मैनचेस्टर में पुलिस से करने को कहा। टेक्सास यहूदी उपासना स्थल में बंधक बनाए गए चार लोगों में से एक यहूदी धर्मगुरु ने रविवार को बताया कि बंधक बनाने वाला सशस्त्र व्यक्ति करीब 10 घंटे तक चले गतिरोध के दौरान “तेजी से हिंसक होता जा रहा था।”
गौरतलब है कि अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल में बंधक बनाए गए चार लोगों को कई घंटे के गतिरोध के बाद शनिवार रात रिहा करा लिया गया था जब एफबीआई की स्वाट टीम इमारत में पहुंची। इस दौरान सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मारे गए संदिग्ध की पहचान ब्रितानी नागरिक मलिक फैसल अकरम (44) के रूप में हुई थी। राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना को आतंकवादी कृत्य बताया। अकरम को फेसबुक लाइवस्ट्रीम पर शेखी बघारते हुए और अल-कायदा से संबंध रखने वाली उस पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी की रिहाई की मांग करते हुए सुना जा सकता है, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों को मारने की कोशिश करने का दोषी ठहराया गया था। अधिकारियों ने यह बताने से इनकार कर दिया कि अकरम को किसने गोली मारी। उन्होंने कहा कि इसकी अब भी जांच की जा रही है।