Sunita Williams Return: सुनीता विलियम्स की 9 महीने बाद अंतरिक्ष से सुरक्षित वापसी, आसमां से धरती पर लौटे सितारे
केप केनवरल, 19 मार्च (एपी)
Sunita Williams Return: नासा के अंतरिक्षयात्री बुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने 286 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापसी की। स्पेसएक्स यान ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लेकर फ्लोरिडा पैनहैंडल के तेलाहासे जलक्षेत्र में सुरक्षित लैंडिंग कराई।
विल्मोर और विलियम्स ने दो अन्य अंतरिक्षयात्रियों के साथ स्पेसएक्स कैप्सूल पर सवार होकर ISS को अलविदा कहा। यह कैप्सूल सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात एक बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 10:30 बजे) अंतरिक्ष केंद्र से अलग हुआ और मंगलवार-बुधवार की रात 3:27 बजे (भारतीय समय) फ्लोरिडा तट पर सफलतापूर्वक उतरा।
286 दिन अंतरिक्ष में, 4,576 परिक्रमाएं
286 दिन अंतरिक्ष में बिताए।
4,576 बार पृथ्वी की परिक्रमा की।
12 करोड़ 10 लाख मील की दूरी तय की।
स्पलैशडाउन के तुरंत बाद, दोनों अंतरिक्षयात्री मुस्कुराते हुए कैमरों की ओर हाथ हिलाते नजर आए, जिसके बाद उन्हें चिकित्सा जांच के लिए स्ट्रेचर पर ले जाया गया।
बोइंग स्टारलाइनर मिशन की देरी बनी वजह
5 जून 2024 को, दोनों अंतरिक्षयात्री बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू यान में सवार होकर मिशन पर गए थे।
योजना के मुताबिक, उन्हें सिर्फ एक सप्ताह बाद लौट आना था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते स्टारलाइनर को खाली पृथ्वी पर वापस भेजना पड़ा।
इस वजह से उनकी वापसी कई महीनों तक टलती रही और अंततः स्पेसएक्स यान के जरिए उन्हें वापस लाया गया।
स्पेसएक्स के जरिए सुरक्षित वापसी
रविवार को नासा ने खराब मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए वापसी की योजना में बदलाव किया और जल्द ही उन्हें पृथ्वी पर लाने का निर्णय लिया।
जब कैप्सूल प्रशांत महासागर से 418 किमी ऊपर था, तब नासा की ऐनी मैकक्लेन ने संदेश भेजा – "हम आपको याद करेंगे, लेकिन घर वापसी की आपकी यात्रा सुखद रहे!"
सुनीता विलियम्स ने रचा इतिहास
नौ अंतरिक्ष चहलकदमी में 62 घंटे बिताकर विलियम्स ने एक नया रिकॉर्ड बनाया।
अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय बिताने वाली महिला बनने का गौरव भी हासिल किया।
"काम पर अटके रहने" का नया अर्थ
अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने भी लंबी अंतरिक्ष उड़ानें भरी हैं, लेकिन इतनी अनिश्चितता और मिशन विस्तार का सामना किसी ने नहीं किया। विल्मोर और विलियम्स ने ISS में प्रयोग किए, उपकरण ठीक किए और महत्वपूर्ण मिशनों में सहयोग दिया।