इस्लामाबाद, 21 फरवरी (एजेंसी)
पाकिस्तान में राजनीतिक अनिश्चितता को समाप्त करने वाले प्रयास में, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) एक समझौते पर सहमत हुए हैं, ताकि खंडित चुनावी फैसले के बाद गठबंधन सरकार बनाई जा सके।
मंगलवार देर रात यहां जरदारी हाउस में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में, पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने घोषणा की कि पीएमएल-एन के 72 वर्षीय अध्यक्ष फिर एक बार प्रधानमंत्री की भूमिका में रहेंगे। इसी तरह, पीपीपी के सह-अध्यक्ष 68 वर्षीय आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार होंगे।
बिलावल ने 8 फरवरी के चुनावों के बाद नेशनल असेंबली में अपने विधायकों की संख्या का खुलासा किए बिना संवाददाताओं से कहा, ‘पीपीपी और पीएमएल-एन ने आवश्यक संख्या हासिल कर ली है, और (अब) हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं।’ सरकार बनाने के लिए, किसी पार्टी को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली में से 133 आंकड़ा जुटाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित आजाद उम्मीदवार और सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) केंद्र में सरकार बनाने के लिए संसद में साधारण बहुमत हासिल करने में विफल रहे हैं। पिछले हफ्ते, पीएमएल-एन ने एक आश्चर्यजनक कदम में घोषणा की कि पार्टी सुप्रीमो और तीन बार के पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ ने अपने छोटे भाई शहबाज को प्रधान मंत्री पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया है। 74 वर्षीय नवाज को पहले रिकॉर्ड चौथा कार्यकाल हासिल करने का भरोसा था। हालाँकि, उनकी पार्टी अपने दम पर सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें जीतने में विफल रही।
इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित आजाद उम्मीदवारों ने 93 नेशनल असेंबली सीटें जीतीं है। पीएमएल-एन ने 75 सीटें जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के पास 17 सीटें हैं।
संवाददाता सम्मेलन में शहबाज ने समझौता वार्ता के सकारात्मक निष्कर्ष के लिए दोनों दलों के नेतृत्व को धन्यवाद दिया। पीएमएल-एन के दिग्गज नेता ने कहा कि दोनों पार्टियों ने फैसला किया है कि जरदारी को राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा जाएगा।