कीव, 24 फरवरी (एजेंसी)
रूसी सैनिकों ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर व्यापक स्तर पर हमला किया, जिसमें हवाई हमले एवं गोलाबारी में उसके शहरों और वायुसेना अड्डों को निशाना बनाया गया। रूसी हमले के परिणामस्वरूप लोग ट्रेनों एवं कारों से इलाके को छोड़ने के लिये प्रयासरत दिखे। यूक्रेन की सरकार ने कहा कि रूसी टैंक और सैनिक सीमापार करके उसके इलाके में घुस आए और मास्को पर ‘पूर्ण युद्ध’ छेड़ने का आरोप लगाया जो भौगोलिक व्यवस्था को फिर से लिखने का प्रयास है। यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज कर दिया और अपने देश के परमाणु हथियारों के संदर्भ में अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।’ रूसी हमले के बीच यूक्रेन की राजधानी में साइरन की आवाजें गूंज उठीं और लोग बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशनों पर जमा हो गए और सड़क मार्ग से इलाका छोड़ने को प्रयासरत दिखे। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस के हमले के बाद उनके देश ने मास्को के साथ राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं। उन्होंने कहा कि रूसी बल चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, रूसी सेना ने दावा किया है कि उसने कुछ ही घंटे में यूक्रेन की पूरी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया। रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि सेना ने घातक हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेन के वायुसेना अड्डे, वायु रक्षा परिसम्पत्तियों एवं अन्य सैन्य आधारभूत ढांचे को निशाना बनाने के लिये किया है। उसने दावा किया कि नागरिक आबादी को कोई खतरा नहीं है। यूक्रेन के लोगों को कुछ शहरों को छोड़ कर जाते देखा गया और यूरोपीय प्राधिकार ने यूक्रेन के वायु क्षेत्र को एक सक्रिय संघर्ष क्षेत्र घोषित कर दिया है।
रूस की ओर से सबसे पहले हमला वायु क्षेत्र से किया गया, हालांकि यूक्रेन के सीमा रक्षकों द्वारा बाद में सुरक्षा कैमरों से बनाई गयी वीडियो क्लिप जारी की गयी, जिसमें रूस द्वारा अधिगृहीत क्रीमिया से रूसी सैन्य वाहनों को यूक्रेन में प्रवेश करते देखा गया। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन के इलाके में खार्कीव और चेर्निहिव क्षेत्र एवं संभवत: कुछ अन्य क्षेत्रों में 5 किलोमीटर अंदर तक घुस गई हैं। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने देश में ‘मार्शल लॉ’ की घोषणा की और नागरिकों से नहीं घबराने को कहा। राष्ट्रपति के सलाहकार ने कहा कि हमले में लगभग 40 लोग मारे गए हैं, कई लोग घायल हुए हैं। उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या हताहतों में आम नागरिक भी शामिल हैं। यह (हमला) यूक्रेन की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ कर सकता है। इससे पहले, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने टेलीविजन पर अपने संबोधन में इस कार्रवाई को जायज ठहराया।
कड़े प्रतिबंधों की तैयारी
ब्रसेल्स (एजेंसी) : यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने रूस के हमले को एक स्वतंत्र राष्ट्र पर ‘बर्बर हमला’ कहा, जिसने ‘यूरोप में स्थिरता और संपूर्ण अंतरराष्ट्रीय शांति व्यवस्था’ को भी निशाना बनाया है। लेयेन ने कहा हम मिलकर इसके लिए व्लादिमीर पुतिन को जिम्मेदार ठहरायेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम यूरोपीय नेताओं के समक्ष अनुमति के लिए बड़े और लक्षित प्रतिबंधों का पैकेज पेश करेंगे।’ पुतिन के पूर्वी यूक्रेन पर हमले की घोषणा करने के बीच नाटो के दूतों ने एक आपात सत्र बुलाया। जापान, स्पेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, इटली समेत अन्य देशों ने भी रूसी हमले की निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने शांति की अपील की है।
डर और अफरा-तफरी : यूक्रेन में फंसे एक भारतीय विद्यार्थी ने बताया कि डर और अफरा-तफरी के माहौल के बीच वहां दुकानों में राशन और एटीएम में नकदी खत्म हो गई है। एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे आशीष चंद्रा ने वीडियो कॉल पर बताया,‘मेरे घर से करीब पांच किलोमीटर दूर धमाका हुआ है। यहां (यूक्रेन) डर और अफरा-तफरी है।…दुकानों में राशन नहीं है। मेरे खाते में रकम है, लेकिन एटीएम में नकदी नहीं बची है और दुकानदार कार्ड से भुगतान स्वीकार नहीं कर रहे हैं।’