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Russia-Ukraine Ceasefire : 'पुतिन यूक्रेन से रियायतें मांगकर ‘जाल' बिछा रहे हैं', EU का बड़ा बयान

पुतिन यूक्रेन से रियायतें मांगकर ‘जाल' बिछा रहे हैं : यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख
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Russia-Ukraine ceasefire : यूरोपीय संघ (ईयू) की विदेश नीति प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति समझौते के तहत यूक्रेन द्वारा रूस को भू-भाग सौंपने की संभावना रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बिछाया हुआ एक ‘‘जाल'' है। काया कलास ने कहा कि रूसी नेता अपनी सेना के आक्रमण को रोकने के बदले में यूक्रेनी रियायतों की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों को पूरा करना उस देश को पुरस्कृत करने के समान होगा जिसने लड़ाई शुरू की थी।

कलास ने बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि पुतिन को रियायतें देने की हालिया चर्चा ‘‘बिल्कुल वही जाल है जिसमें रूस हमें फंसाना चाहता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मतलब है कि चर्चा इस बात पर हो रही है कि यूक्रेन को क्या त्यागना चाहिए, यूक्रेन क्या रियायतें देने को तैयार है, जबकि हम भूल रहे हैं कि रूस ने एक भी रियायत नहीं दी है और यहां वे ही आक्रामक हैं, वे ही हैं जो दूसरे देश पर क्रूरतापूर्वक हमला कर रहे हैं और लोगों को मार रहे हैं।''

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले सप्ताह अलास्का में पुतिन के साथ युद्ध पर चर्चा करने तथा सोमवार को व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं की मेजबानी करने के बावजूद, अमेरिका के नेतृत्व में किये जा रहे शांति प्रयासों को गति प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। औपचारिक शांति प्रस्ताव के लिए कई विवरणों पर विचार-विमर्श की आवश्यकता है। इस बीच, रूस ने यूक्रेन पर हमले जारी रखे हैं और कीव की कुछ प्रमुख मांगों पर आपत्ति जताई है।

यूक्रेन के लिए युद्ध के बाद की स्थिति में पश्चिमी सुरक्षा गारंटी की स्थापना के बारे में कीव का कहना है कि एक और रूसी हमले को रोकने के लिए इसकी आवश्यकता है। वहीं, कलास ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम इसे निर्धारित करने के मामले में कुछ ही दूर हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘रूस बस टालमटोल कर रहा है। यह स्पष्ट है कि रूस शांति नहीं चाहता। राष्ट्रपति ट्रंप बार-बार कह रहे हैं कि हत्याएं रुकनी चाहिए और पुतिन बस हंस रहे हैं, हत्याएं रोकने के बजाय, हत्याएं बढ़ा रहे हैं।''

इस बीच, यूक्रेन ने रूस पर लंबी दूरी के हथियारों से जवाबी हमला किया है। इसने तेल रिफाइनरी सहित अन्य ठिकानों को निशाना बनाया है, और हाल के दिनों में रूसी पेट्रोल की थोक कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। यूक्रेन की ड्रोन सैन्य इकाई के कमांडर रॉबर्ट ब्रोवडी (जिन्हें मग्यार के नाम से भी जाना जाता है) के अनुसार, यूक्रेनी सेना ने शुक्रवार को रूस में द्रुज्बा तेल पाइपलाइन को निशाना बनाया, जिससे ब्रांस्क क्षेत्र में उनेचा तेल पंपिंग स्टेशन को नुकसान पहुंचा। द्रुज्बा पाइपलाइन रूस से शुरू होती है और बेलारूस व यूक्रेन होते हुए स्लोवाकिया और हंगरी तक तेल पहुंचाती है।

रूस में, इसका एक हिस्सा ब्रांस्क क्षेत्र और उनेचा जिले से होकर गुजरता है। ब्रांस्क क्षेत्र के गवर्नर अलेक्जेंडर बोगोमाज ने एक टेलीग्राम पोस्ट में बताया कि यूक्रेन ने संयुक्त हमले में इस क्षेत्र पर हिमरास रॉकेट और ड्रोन दागे। यह पाइपलाइन हंगरी को आधे से अधिक कच्चे तेल की आपूर्ति करती है। हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने शुक्रवार को फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा कि द्रुज्बा पाइपलाइन पर ‘‘थोड़े ही समय में तीसरी बार'' हमला हुआ है।

मंत्री ने लिखा, ‘‘यह हमारे देश की ऊर्जा सुरक्षा पर एक और हमला है। हमें युद्ध में घसीटने की एक और कोशिश है।'' स्लोवाकिया और हंगरी ही ऐसे बचे हुए यूरोपीय संघ के सदस्य देश हैं जो अभी भी रूस से तेल प्राप्त कर रहे हैं। 2022 में मास्को द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किये जाने के बाद यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों के तहत अन्य 25 देशों ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया।

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