कोलंबो, 16 जुलाई (एजेंसी)
श्रीलंका में राष्ट्रपति पद की दौड़ में देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे और विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा सहित 4 नेता शामिल हैं। श्रीलंका के सांसदों ने देश के नये राष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए शनिवार को बैठक की। विक्रमसिंघे और प्रेमदासा के अलावा मार्क्सवादी जेवीपी नेता अनुरा कुमार दिसानायके और एसएलपीपी से अलग हुए दुलस अल्हाप्परुमा ने राष्ट्रपति राजपक्षे के बाकी के कार्यकाल (नवंबर 2024 तक) के लिए संसद में 20 जुलाई को होने वाले मतदान में भाग्य आजमाने की घोषणा की है। राजपक्षे के इस्तीफे के बाद श्रीलंका में राष्ट्रपति पद की रिक्ति की घोषणा करने के लिए शनिवार को संसद का संक्षिप्त विशेष सत्र बुलाया गया। बुधवार को मालदीव भागने और बृहस्पतिवार को वहां से सिंगापुर पहुंचने वाले राजपक्षे ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से श्रीलंका के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। 13 मिनट के विशेष सत्र के दौरान संसद के महासचिव धम्मिका दसानायके ने राष्ट्रपति पद की रिक्ति की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन मंगलवार को दाखिल किए जाएंगे और अगर एक से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में होते हैं तो सांसद बुधवार को मतदान करेंगे। मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) के 53 वर्षीय नेता दिसानायके ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर चुनाव लड़ने की अपनी मंशा जाहिर की। दिसानायके की पार्टी के प्रवक्ता हरिणी अमरसूर्या ने कहा कि इसकी मुख्य वजह यह है कि हमें लगता है कि हमारी पार्टी और हमारे नेता कई महत्वाकांक्षाओं और यहां तक कि देश में लंबे समय से जारी जन आंदोलन की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं। मुख्य विपक्षी दल समागी जन बालवेग्या (एसजेबी) के नेता प्रेमदासा ने कहा कि हालांकि, यह एक कठिन लड़ाई है, लेकिन मुझे यकीन है कि अंत में सच्चाई की जीत होगी।