Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

चीन-पाक आर्थिक गलियारे काे अफगानिस्तान तक फैलाने की तैयारी

तीनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में बनी सहमति
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

बीजिंग/इस्लामाबाद, 21 मई (एजेंसी)

चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को अफगानिस्तान तक विस्तारित करने की तैयारी की जा रही है। चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों की बुधवार को बीजिंग में हुई बैठक में इस पर सहमति सहमति व्यक्त की गयी।

Advertisement

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने इस बैठक को ‘अनौपचारिक’ करार दिया। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में विदेश मंत्री वांग यी के हवाले से कहा गया कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान की संप्रभुता, सुरक्षा एवं राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा करने में चीन उनका समर्थन करता है। इसमें कहा गया कि तीनों पक्षों को ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ के संयुक्त निर्माण में सहयोग को गहरा करना चाहिए और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के अफगानिस्तान तक विस्तार को बढ़ावा देना चाहिए। गौर हो कि यह अनौपचारिक त्रिपक्षीय बैठक भारत और अंतरिम तालिबान सरकार के बीच बढ़ते संबंधों के बीच हुई, जिससे पाकिस्तान काफी नाराज है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने बैठक के बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान क्षेत्रीय शांति, स्थिरता तथा विकास के लिए एक साथ खड़े हैं।’ उन्होंने तीनों नेताओं की तस्वीर भी साझा की। उल्लेखनीय है कि भारत सीपीईसी की कड़ी आलोचना करता रहा है, क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है। चीन की ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ का भी भारत विरोध करता है, क्योंकि इस परियोजना में सीपीईसी शामिल है।

चीन के खिलाफ अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं होने देंगे : तालिबान सरकार

अफगानिस्तान में तालिबान की अंतरिम सरकार ने चीन को आश्वासन दिया कि वह किसी भी ताकत को चीन के खिलाफ अपने देश की जमीन का इस्तेमाल नहीं करने देगी। अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने यहां चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी के साथ बैठक के दौरान कहा कि अफगानिस्तान, चीन की सुरक्षा चिंताओं को बहुत महत्व देता है।

Advertisement
×