टोक्यो, 23 मई (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को 2 दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे। यहां वह क्वाड नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जो प्रभावशाली समूह के सदस्य देशों के बीच सहयोग को और मजबूत बनाने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र से संबंधित घटनाक्रमों पर चर्चा करने पर केंद्रित है। मोदी ने ट्वीट किया, ‘टोक्यो पहुंच गया हूं। इस यात्रा के दौरान क्वाड शिखर सम्मेलन सहित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा, क्वाड नेताओं से मुलाकात करूंगा, जापान के शीर्ष उद्योगपतियों से संवाद करूंगा और जीवंत भारतीय समुदाय से मुखातिब होऊंगा।’ वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘नमस्कार, टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र के पहुंचने पर टोक्यो में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह पिछले 8 साल में जापान की उनकी पांचवीं यात्रा है।’ क्वाड सुरक्षा संवाद पहल में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने टोक्यो में होटल के बाहर बच्चों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने एक बच्ची की चित्रकारी भी देखी और उसे ऑटोग्राफ दिया। मोदी ने तिरंगे का चित्र लिए एक लड़के से भी बात की। उन्होंने लड़के से पूछा कि उसने हिंदी कहां से सीखी है और भाषा पर अच्छी पकड़ के लिए उसकी तारीफ की। मोदी ने जापान में भारतीय समुदाय के साथ संवाद के बाद ट्वीट किया, ‘‘जापान के भारतीय समुदाय ने विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी योगदान दिया है। वे भारत में अपनी जड़ों से भी जुड़े रहे हैं। मैं गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए जापान में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों का आभार जताता हूं।’ टोक्यो में 24 मई को होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस हिस्सा लेंगे। जापान के प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर टोक्यो पहुंचे मोदी शिखर सम्मेलन के इतर बाइडन, किशिदा और अल्बानीस के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
एनईसी प्रमुख से की भेंट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जापानी बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी एनईसी कॉरपोरेशन के प्रमुख नोबुहिरो एंडो से मुलाकात की। इस भेंट के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि मोदी ने ‘‘भारत में हो रहे सुधारों का जिक्र किया। उन्होंने डिजिटल शिक्षा, फिनटेक, अवसंरचना और लॉजिस्टिक नेटवर्क जैसे क्षेत्रों में अवसरों के बारे में बात की।’ विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत के दूरसंचार क्षेत्र में एनईसी की भूमिका की सराहना की और खासतौर से चेन्नई-अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (सीएएनआई) और कोच्चि-लक्षद्वीप (केएलआई) ओएफसी परियोजनाओं में का उल्लेख किया, जिसमें एनईसी ने उल्लेखनीय योगदान किया।