कोलीविले (अमेरिका), 16 जनवरी (एजेंसी)
अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल में बंधक बनाए गए लोगों को कई घंटे के गतिरोध के बाद शनिवार रात रिहा करा लिया गया और सुरक्षा बलों की गोलीबारी में संदिग्ध मारा गया। लोगों को बंधक बनाने वाले शख्स को सोशल मीडिया पर घटना की लाइवस्ट्रीमिंग के दौरान एक पाकिस्तानी न्यूरो साइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी को रिहा करने की मांग करते सुना गया। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों की हत्या के प्रयास के जुर्म में आफिया को 2010 में 86 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि कोलीविले स्थित इस्राइल भवन में शनिवार को लोगों को बंधक बनाया गया था, जिन्हें अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई की टीम ने संदिग्ध के साथ कई घंटों के गतिरोध के बाद रिहा कराया। हमलावर को मार गिराया गया।
घटना के एक वीडियो फुटेज में लोग पूजा स्थल के दरवाजे से भागकर बाहर निकलते देखे गए, इसके कुछ सेकंड बाद बंदूकधारी व्यक्ति दरवाजा खोलते और फिर उसे बंद करते दिखा। कुछ समय बाद गोलीबारी की आवाज सुनी गई और फिर धमाके की भी आवाज सुनाई दी। एफबीआई की एक प्रवक्ता ने बताया कि बंधक बनाने वाला व्यक्ति ऐसे मुद्दे पर केंद्रित था जो सीधे तौर पर यहूदी समुदाय से संबंधित नहीं है। घटना की लाइवस्ट्रीमिंग के दौरान हमलावर को अाफिया को अपनी बहन के रूप में संबोधित करते सुना गया। हालांकि, काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस के कार्यकारी निदेशक फैजान सैयद ने कहा कि आफिया का भाई मोहम्मद सिद्दीकी इसमें शामिल नहीं था। वहीं, मोहम्मद सिद्दीकी के कानूनी सलाहकार जॉन फ्लॉयड ने कहा कि हमलावर का डॉ. आफिया सिद्दीकी या उनके लिए न्याय की मांग को लेकर वैश्विक अभियान से कोई संबंध नहीं है।