तेल अवीव, 7 नवंबर (एजेंसी)
यरुशलम में अमेरिकी मिशन फिर से खोलने के वादे से मुकरने को लेकर फलस्तीनियों ने रविवार को इस्राइल की जमकर आलोचना की। गौरतलब है कि फिर से खोले जाने के बाद अमेरिका का यह मिशन फलस्तीनियों के लिए वाशिंगटन का मुख्य राजनयिक मिशन होता। इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने शनिवार को कहा कि यरुशलम में अमेरिका के दूसरे मिशन के लिए कोई जगह नहीं है। ट्रंप प्रशासन ने यरुशलम में अमेरिकी मिशन को बंद कर दिया था। यह मिशन फलस्तीन में दूतावास की तरह काम करता था। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस मिशन को फिर से खोलने का वादा किया था, वहीं इस घोषणा पर इस्राइल ने कहा था कि यह शहर पर उसकी सम्प्रभुता को चुनौती देगा। वहीं फलस्तीन के विदेश मंत्रालय के अनुसार, उसकी नजर में इस मिशन का फिर से खुलना फलस्तीन के भविष्य के राष्ट्र के तौर पर इस्राइल के दशकों लंबे कब्जे को समाप्त करने का अंतरराष्ट्रीय समुदाय के वादे का हिस्सा है।