पेशावर, 7 जुलाई (एजेंसी)पाकिस्तान के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कई मंत्रियों और विपक्षी पार्टी के सदस्यों समेत अन्य ने भारतीय सिनेमा के मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार के निधन पर बुधवार को शोक जताया और कहा कि वह अपनी अभिनय और करुणा से ऐसी छाप छोड़कर गए हैं जिससे वह अपने प्रशंसकों के दिलों में हमेशा बसे रहेंगे। कुमार का जन्म खैबर पख्तूनख्वाह में पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में अपने पुश्तैनी घर में 11 दिसंबर, 1922 को हुआ था। उनका बुधवार को मुंबई के एक अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। उनका असली नाम युसूफ खान था।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ट्विटर पर कुमार को एक उत्कृष्ट अभिनेता, विनम्र व्यक्ति और गरिमापूर्ण व्यक्तित्व बताया। उन्होंने कहा कि उनके निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ है। अल्वी ने कहा, “उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। उनकी रूह को सुकून मिले।” पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता कुमार के निधन पर बुधवार को अफसोस जताते हुए कहा कि वह उनकी उदारता को कभी नहीं भूल पाएंगे जो उन्होंने उनकी मां की याद में कैंसर अस्पताल बनाने के लिए धन जुटाने में मदद करके दिखाई थी। खान ने ट्वीट किया, “दिलीप कुमार के इंतकाल के बारे में जानकर दुख हुआ। जब एसकेएमटीएच परियोजना शुरू की गई थी तो इसके लिए रकम जुटाने में मदद करने के लिए अपना वक्त देकर उन्होंने जो दरियादिली दिखाई थी उसे मैं कभी नहीं भूल सकता।” उन्होंने कहा कि कोष जुटाने के लिए बहुत मुश्किल वक्त था और पाकिस्तान तथा लंदन में उनकी मौजूदगी की वजह से बड़ी रकम जुटाई गई। खान ने कहा, “ इसके अलावा, मेरी पीढ़ी के लिए दिलीप कुमार महानतम और सर्वाधिक बहुमुखी अभिनेता थे।”शौकत खानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (एसकेएमसीएच एंड आरसी) लाहौर और पेशावर में स्थित अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल है। 1985 में खान की मां शौकत खानम का कैंसर से निधन हो गया था जिसके बाद उन्हें यह अस्पताल बनाने की प्ररेणा मिली।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि कुमार अपनी इंसानियस और बेजोड़ हुनर के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उन्होंने ट्वीट किया, “ उन्होंने कई पीढ़ियों के दिलों और दिमागों पर राज किया और काम की समृद्ध विरासत छोड़कर गए हैं।” गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने ट्विटर पर मशहूर भारतीय अभिनेता के निधन पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि वह होनहार कलाकार थे जिनकी जगह कोई नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि जब उनकी मुलाकात कुमार से हुई तो उन्हें वह ‘ आकर्षक व्यक्तित्व’ लगे।
विपक्षी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ ने कहा कि पेशावर के खान ने बॉलीवुड में दिलीप कुमार के नाम से कई सालों तक राज किया और आज एक दिग्गज के रूप में दुनिया से चले गए। उनके निधन को ‘बड़ी हानि’ बताते हुए पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरयम औरंगज़ेब ने कहा कि कुमार ने जो किरदार निभाए और जो संवाद बोले, वे लोगों में खासे लोकप्रिय हुए। खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) सरकार ने मशहूर अभिनेता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनमें अपने पुश्तैनी शहर के लोगों के लिए जो प्यार एवं स्नेह था, उसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। अपने शोक संदेश में, केपी के मुख्यमंत्री महमूद खान ने कहा कि कुमार के निधन के साथ भारतीय फिल्म जगत का एक सुनहरा अध्याय समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि वह प्रशंसकों के दिलों में जिंदा रहेंगे। अभिनय के क्षेत्र में उनकी सेवाओं और उपलब्धियों को लंबे वक्त तक याद रखा जाएगा।
पाकिस्तान सरकार पहले ही उनके पुश्तैनी घर को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर चुकी है और उनके नाम पर इसे एक संग्रहालय में तब्दील करने की सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। कुमार 1990 के दशक में पेशावर आए थे, उस समय उनका भव्य स्वागत किया गया था। पेशावर हेरिटेज काउंसिल के सचिव शकील वहीदुल्ला ने कहा कि कुमार का निधन पेशावर के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि काउंसिल मशहूर अभिनेता और ‘फरजंद ए पेशावर’ (पेशावर के बेटे)’ के सम्मान में समारोह का आयोजन करेगी। पेशावर में आम लोगों ने भी दिग्गज अभिनेता को श्रद्धांजलि दी। कुमार के पुश्तैनी घर के करीब मोहल्ला खुदादद में आर्टिफिशियल ज्वैलरी का कारोबार करने वाले सरफराज ने अभिनेता के निधन पर गहरा दुख जताया।