ब्रसेल्स, 24 फरवरी (एजेंसी)
नाटो ने यूक्रेन और रूस के पास स्थित अपने पूर्वी किनारे में अपनी जमीनी, समुद्री बलों और वायुसेना की तैनाती को मजबूत करने पर एक आपातकालीन बैठक में सहमति जतायी। नाटो के दूतों ने आपातकालीन वार्ता के बाद जारी एक बयान में कहा, ‘हम गठबंधन के पूर्वी हिस्से में अतिरिक्त रक्षात्मक जमीनी और वायुसेना, साथ ही अतिरिक्त समुद्री परिसंपत्ति तैनात कर रहे हैं।’ बयान में कहा गया, ‘हमने सभी तरह की आकस्मिक स्थिति का जवाब देने के लिए अपने बलों की तैयारी बढ़ा दी है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे कदम एहतियाती, आनुपातिक और गैर-उकसावे वाले हैं।’ उधर नाटो के महासचिव जेन्स स्टॉल्टेनबर्ग ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से यूरोपीय महाद्वीप की शांति भंग हो गई है। स्टॉल्टेनबर्ग ने शुक्रवार को नाटो गठबंधन के नेताओं का शिखर सम्मेलन बुलाने का आह्वान किया है।
सैन्य कार्रवाई शुरू नहीं करेगा : नाटो के 30 सदस्य देशों में से कुछ यूक्रेन को हथियार, गोला-बारूद और अन्य उपकरणों की आपूर्ति कर रहे हैं, लेकिन नाटो एक संगठन के तौर पर ऐसा नहीं कर रहा। नाटो यूक्रेन के समर्थन में कोई सैन्य कार्रवाई शुरू नहीं करेगा, जो उसका एक करीबी भागीदार है। हालांकि, एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘हमें यूक्रेन के लोगों को तत्काल हथियार, गोला-बारूद और किसी भी अन्य प्रकार की सैन्य सहायता मुहैया करानी होगी ताकि वह अपनी रक्षा कर सके।’ एस्टोनियाई प्रधानमंत्री काजा कल्लास ने ट्वीट किया, ‘रूस की आक्रामकता का सबसे प्रभावी जवाब एकता है।’
बाइडेन ने जी-7 से की चर्चा वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूस के हमले के लिए एकजुट प्रतिक्रिया पर चर्चा के लिए बृहस्पतिवार को जी-7 देशों के नेताओं के साथ डिजिटल बैठक की। जी-7 दुनिया की सात उन्नत अर्थव्यवस्थाओं का एक अनौपचारिक समूह है। इसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।